किराए में खर्च हो रही आधी वेतन बाहरी जिलों से आकर दमोह पुलिस महकमे में अपनी सेवाएं दे रहे कुछ जरूरतमंद कर्मचारियों की बात की जाए, तो मंहगाई के इस दौर में उन्हें अपनी आधी वेतन शहर में किराए के मकान में खर्च करनी पड़ रही है। हैरानी इस बात की है कि वास्तविक कर्मचारी आवास आवंटन प्रक्रिया से अब तक लाभांवित नहीं हो पाए हैं और किराए के मकान लेकर रहने को मजबूर हो रहे हैं।
इनकी जांच भी नजरअंदाज आवास योजना का लाभ लेकर मकान अपने नाम से आवंटित करने वाले वह कर्मचारी, जिनके पास शहर में निजी मकान रूपी संपत्ती है, ऐसे कर्मचारियों को सूचिबद्ध करने की कार्रवाई नहीं हो रही है। सूत्र बताते हैं खुद को जरूरतमंद बताकर कुछ कर्मचारियों ने आवास ले रखा है। इस मामले की जांच होती है, तो यह भी सामने आ सकता है कि ऐसे कर्मचारी खुद के मकान को किराए पर देकर रखे हैं।
आगामी आवंटन प्रक्रिया लंबित तकरीबन 72 आवास खाली हैं, यानी ७२ जरूरतमंद, जो किराए के मकान में रह रहे हैं उन्हें आवास आवंटन प्रक्रिया पूरी होने पर लाभ मिल सकता है। लेकिन यह प्रक्रिया काफी वक्त से लंबित है। जानकारी यह भी सामने आई है कि कुछ कर्मचारियों के आवास संबंधी आवेदन भी अधिकारियों के समक्ष आ चुके हैं, जो आवंटन का इंतजार कर रहे हैं।
शेष आवासों की संख्या ७२ है, आवास आवंटन प्रक्रिया लंबित है, जो शीघ्र ही पूरी हो जाएगी। यदि कोई कर्मचारी गलत तरीके से आवास का लाभ ले रहा है, जिसकी शिकायत मिलती है, तो इस पर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हेमंत बरहैया, आरआइ दमोह
हेमंत बरहैया, आरआइ दमोह