तेंदूखेड़ा. जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली 62 पंचायतों से लगभग 20 पंचायत मुख्यालयों व उनके अंतर्गत आने वाले गावों में अब तक नशा मुक्ति के अंतर्गत शराबबंदी की जा चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिकने वाली अवैध शराब व गांव-गांव बनने वाली अवैध शराब पर जनप्रतिनिधियों, ग्रामवासियों व महिलाओं ने कमर कस ली है। असर यह है कि एक के बाद एक पंचायत शराबबंदी के पक्ष में है। नगर से लगभग 35 किलोमीटर दूर वनांचल में स्थित ग्राम भैंसा सर्रा में समस्त वर्गों की महिला, पुरुषों की सामूहिक बैठक आयोजित की गई। जिसमें नशामुक्त ग्राम बनाने पर गंभीरता पूर्वक विचार विमर्श करके सर्व सम्मति से शराब बंदी अभियान के तहत कई फैसले लिए गए।
शराब बेचने- बनाने, शराब पीकर गांव-घर में अभद्र भाषा का उपयोग करने, जुआ, सट्टा व मांस विक्रय पर प्रतिबंध लगाया गया है। उपरोक्त नियमों का उल्लंघन करने पर जो व्यक्ति शराब पीकर गांव-घर में अभद्रता करेगा उस पर 11 हजार रुपए का जुर्माना होगा। इसी तरह जो व्यक्ति शराब बेचने बनाने, जुआ सट्टा, मांस बिक्री करेगा उस पर 15 हजार रुपए का जुर्माना लगेगा। सर्व जाति समाज से बहिष्कृत करके हुक्का पानी बंद किया जाएगा। साथ ही पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा।
पुलिस प्रशासन, सरपंच एवं पंचों की उपस्थिति में समस्त ग्राम वासियों ने नियम पर चलने का संकल्प लिया। शराब बंदी के सतत् अभियान के लिए महिला संगठन वीरांगना रानी दुर्गावती शक्ति सेना ग्राम भैंसा, सर्रा की कार्यकारिणी का सर्व सम्मति से गठन किया गया। संरक्षक अमोल रानी तेकाम, अध्यक्ष रामकुमारी ठाकुर, उपाध्यक्ष सियारानी मरावी, उपाध्यक्ष सविता रानी, रोशनी मरावी, सचिव आरती धुर्वे, सहसचिव अनीता धुर्वे कोषाध्यक्ष कौशल्या रानी धुर्वे, संगठन मंत्री कल्लोबाई धुर्वे ,महामंत्री आशारानी धुर्वे , सदस्य सुषमा मरावी, सिलोचना जगेत,ममता रानी, आशारानी मुक्कदम, कविता रानी, गिरजा रजक ,राधा रानी सहयोगी संरक्षक कौशल सिंह पोर्ते प्रदेश सह सचिव गोंड समाज महासभा, जगन सिंह ठाकुर सरपंच, पंचम सिंह ठाकुर,जग्गू सिंह ठाकुर पंडा सहित अन्य लोगों की उपस्थिति रहीं।