हत्या करने के बाद सुरेश समीप ही दूसरे कमरे में सो रहे अपने पिता राजकुमार के पास पहुंचा और कहने लगा कि किसी अज्ञात नकाबपोशों ने रचना की हत्या कर दी है। जानकारी पर तुरंत ही हत्यारे सुरेश का पिता तुरंत ही अंदर दरवाजा खोलकर पहुंचा तो देखा कि बहू रचना का रक्तरंजित शव पड़ा हुआ था। जिसके आंचल के पास आठ माह की नातिन तेज आवाज में रो रही थी। इसके बाद हत्यारे पिता को आत्मग्लानि हुई। जिसने तुरंत ही बिलखती बेटी को उठाया और उसे मृत हो चुकी रचना के आंचल से दूध पिलाने का असफल प्रयास करने लगा। इसके बाद घटना की जानकारी देने हत्यारे का पिता राजकुमार विश्वकर्मा गांव के सरपंच के पास रात करीब दो बजे के लगभग पहुंचा। तो सुरेश ने अपने ऊपर करोसिन उढ़ेलकर खुद को आग के हवाले कर दिया। जिससे कुछ देर बाद सुरेश भी इस दुनिया से चल बसा। इस बीच उसके चाचा बाबू लाल ने भी बचाने का प्रयास किया तो वह भी झुलस गए। जानकारी लगने पर सरपंच प्रतिनिधि मथुरा राय ग्राम कोटवार खिलान प्रसाद ने रात 3 बजे नोहटा थाना प्रभारी मनीष मिश्रा को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद मौके पर नोहटा पुलिस पहुंची।
सुबह एसपी विवेक अग्रवाल, एफएसएल स्पेशलिस्ट डॉ. किरण सिंह, सहित एसडीओपी केसी पाली भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने थाना प्रभारी से घटना की जानकारी ली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर झाडिय़ों में छिपाई गई हत्या के उपयोग में ली जाने वाली कुल्हाड़ी की जप्ती बनाई। मृतक के जेब से जला हुआ मोबाइल भी मिला। पुलिस ने घटना स्थल के दोनो कमरों को सील कर शवों का पंचनामा बनाते हुए शव परीक्षण करया।
घटना के पीछे कारण क्या था, यह स्पष्ट नहीं हो सका। लेकिन पति-पत्नी के बीच कुछ दिनों से मनमुटाव होने की बात कही जा रही है। बताया गया है कि दो वर्ष पूर्व अर्थखेड़ा गांव में रचना के साथ शादी हुई थी। जिसमें चचेरी बुआ का बेटा लगता था सुरेश। जिसकी पहली संतान के नाम पर हुई बेटी कीर्ति आठ माह की हो चुकी थी। रचना एक सप्ताह पूर्व ही मायके से ससुराल पहुंची थी।
घटना में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पत्नी की हत्या क्यों की गई। घटना की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। जानकारी एकत्रित की जा रही है।
मनीष मिश्रा- थाना प्रभारी नोहटा