धरने पर बैठे युवाओं का कहना है कि शाहीन बाग में जिस तरह से महिलाएं परेशान हो रही हैं और बच्चों को गोद में लेकर धरने में बैठी हैं। केन्द्र सरकार उनके आंदोलन को गंभीरता से नहीं ले रहा है यही कारण है कि दमोह में भी नागरिकता संशोधन कानून और एनआसरी के खिलाफ आंदोलन में बैठे हैं। धरने पर बैठे रफीक खान ने कहा- सिर्फ मुस्लिम ही नहीं बाकि समाज के लोगों का भी समर्थन भी उनके साथ है। सारे लोग इस कानून के खिलाफ हैं फिर भी सरकार इस कानून को वापस नहीं ले रही है।
बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान आजादी के नारे लगे। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध कर रहे कुछ लोगों ने खुलेआम ‘आज़ादी’ के नारे लगाने लगाए हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा- हम छीनकर लेंगे आज़ादी। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान आजादी के लिए कई तरह के नारे लगे। यहां बैठे लोगों ने कहा कि मनुवाद से लेकर रहेंगे आजादी। हमें चाहिए आजादी चाहिए।
जबलपुर में भी हुआ था हंगामा
इससे पहले मध्यप्रदेश के जबलपुर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी। जिसके बाद जबलपुर के तीन थानों में प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा था। वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर चुके हैं।
इससे पहले मध्यप्रदेश के जबलपुर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी। जिसके बाद जबलपुर के तीन थानों में प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा था। वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर चुके हैं।