शुक्रवार को देर रात मड़ीखेड़ा डैम के गेट खुलने की वजह से मोहनी सागर से करीब पौने दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। साथ ही इससे पहले काकेटो बांध से 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इस वजह से सिंध नदी और हरसी का जल स्तर बढ़ा। हालांकि प्रशासन ने पार्वती नदी के आसपास के सभी गांवों को अलर्ट कर दिया था। कई गांव अभी खाली है। वहां प्रशासन की नजर बनी है अलर्ट जारी है।
शुक्रवार को जैसे ही प्रशासन को सूचना मिली कि गुना और अशोक नगर में अत्याधिक बारिश होने से मड़ीखेड़ा डैम के गेट खोल जा रहे है। जिसे लेकर जल संसाधन ने सूचना जारी की मोहनी सागर के इस वजह से 16 गेट खोले जा रहे है जहां से पौने दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।
तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव ने गंावों को अलर्ट कर दिया और नदी के आसपास नहीं जाने को लेकर मुनादी पिटवाई। इधर, सिंध नदी जो दो दिन पहले सामान्य हो गई थी, फिर से उफान पर आ गई। हरसी बांध वर्तमान में वेस्ट वियर पर करीब डेट फीट ऊपर चल रही है। 870.80 फीट पर पानी चल रहा है। जो कि 869.20 की क्षमता से अधिक है।
एक घंटा बारिश हालांकि दो दिन से मौसम खुल रहा है। शनिवार को भी दिनभर आसमान साफ था धूप खिली। शाम करीब 5.45 बजे अचानक मौसम में बदलाव आया और तेज बारिश शुरू हो गई है। करीब एक घंटे तक तेज बारिश हुई। इस दौरान शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया। बताते है कि इस साल कैचमेंट एरिया में पिछले साल से दो गुना से अधिक ज्यादा बारिश हुई है। इस साल अभी तक 529. एमएम बारिश हुई हेै। पिछले साल हरसी बांध 85 फीसदी तक ही भर पाया था। इस साल वेस्ट वीयर पर 9 फीट तक पानी चला है।