आक्रोशित ग्रामीण आरोपियों को जनता के सुप्रुद सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित पुलकित हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा है।
पुलकित आर्य ही उस रिसॉर्ट का संचालक था, जहां अंकिता काम करती थी। युवती के लापता होने के बाद से रिसॉर्ट संचालक और मैनेजर फरार चल रहे थे। पुलिस और SDRF जिला पावर हाउस के पास शक्ति नहर में तलाशी अभियान चला रही है। पुलिस जल्द मामले का खुलासा करेगी।
अंकिता मर्डर केस का खुलासा करते हुए ASP शेखर सुयाल ने बताया की वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ ने ही अंकिता की हत्या की है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों ने कई राज उगले हैं। रिसॉर्ट के संचालक पुलकित आर्य ने पुलिस को बताया, “रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी एक अलग कमरे में रहती थी। कुछ दिनों से वह मानसिक तनाव से गुजर रही थी। इसी के चलते 18 सितंबर को उसे ऋषिकेश घुमाने के लिए ले गए थे।” उसने आगे बताया, “देर रात वहां से वापस लौट आए। इसके बाद रिसॉर्ट में बने अलग-अलग कमरों में सभी लोग सोने चले गए। मगर, 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे से गायब थी।”
राज्य के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, “यह बहुत ही दुखद घटना है। लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र के पास एक प्राइवेट रिसॉर्ट है। उसमें श्रीकोट गांव की एक लड़की काम करती थी। वह 5 दिन से गायब चल रही थी। यह इलाका राजस्व पुलिस का क्षेत्र पड़ता है। उसमें रेगुलर पुलिस का हस्तक्षेप नहीं है।”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश घटना को बहुत दुखद बताते हुए कहा कि जिस किसी ने ये जघन्य अपराध किया है, उसे हर हाल में कड़ी सजा दिलाई जाएगी। पुलिस महानिदेशक को ऋषिकेश घटना को लेकर सख़्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस अपना कार्य कर रही है। पीड़िच को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा।
पौड़ी गढ़वाल के डोभ श्रीकोट गाँव की 19 वर्षीय अंकिता भंडारी ने बीते 28 अगस्त में यमकेश्वर ब्लॉक के गंगाभोगपुर स्थित वनंतरा रिज़ॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट पद पर ज्वाइनिंग की थी। इसी बीच पांच दिन पहले यानी 18 सितंबर को अंकिता रिसॉर्ट से रहस्यमय तरीके से लापता हो गई। अपनी बेटी के गायब होने की सूचना पर उसके पिता गंगा भोगपुर पहुंचे। इस दौरान युवती के परिजनों ने रिसॉर्ट में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की। इस दौरान सभी ने अलग-अलग बातें बताईं।
इसके बाद रिसॉर्ट संचालक और कर्मचारियों संदिग्ध भूमिका को लेकर परिजनों ने राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। परिजन का आरोप था कि उनकी बेटी के लापता होने में रिजॉर्ट के मालिक, मैनेजर और वहां के कर्मचारियों का हाथ है। क्योंकि रिसार्ट में लगे सीसीटीवी कैमरों से भी तोड़फोड़ की गई है।
वहीं अंकिता के वाट्सअप चैट से पता चलता है कि उसे एकस्ट्रा सर्विस के नाम पर दस हजार का प्रलोभन दिया जा रहा था। अंकिता की व्यथा उसकी एक लाइन इस होटल वालों ने तो मुझे रां…समझ रखा है क्या…’ सब कुछ बता रही है। इस वाट्सएप चैट के स्क्रीन शॉट अब पब्लिक डोमेन में पहुंच चुकी हैं।
आरोप है कि 18 सितंबर की शाम को ही आरोपी अंकिता को अपने साथ किसी अज्ञात स्थान पर लेकर चले गए। लड़की के गायब होने पर परिजनों ने राजस्व क्षेत्र होने के कारण पटवारी से संपर्क किया, लेकिन पटवारियों की हड़ताल होने के कारण परिजन बेटी की तलाश में भटकते रहे। मामले का शोर सोशल मीडिया पर हुआ तो बमुश्किल यह केस रेगुलर पुलिस को सौंपा गया।
संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी के साथ अनहोनी की आशंका जताई गई। गुरुवार 21 सितंबर को यह मामला राजस्व पुलिस से नागरिक पुलिस को हस्तांतरित होने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी शेखर सुयाल के नेतृत्व में टीम का गठन कर मामले की जांच शुरू की गई थी। इस मामले में 6 लोग को हिरासत में लेते हुए पुलिस ने रिसॉर्ट में ताला जड़ दिया था।
पुलिस के मुताबिक अंकिता भंडारी गुमशुदगी मामले में पुलिस को कुछ अहम जानकारी मिली है। आज ही इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा, जबकि इस मामले में अपुष्ट सूत्रों का कहना है कि आरोपियों के पुलिस हिरासत में दिए गए बयान के मुताबिक अंकिता अब जीवित नहीं है। सोशल मीडिया पर भी अंकिता की मौत की सूचना वायरल होने पर कोहराम मचा हुआ है।