मणिकंदन की हत्या से इलाके में रोष, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। इधर घटना पर हिंदूवादी संगठनों ने रोष प्रकट किया है। संगठन की मांग है कि हत्या में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए। मालूम हो कि इससे पहले भी दक्षिण भारतीय राज्यों में हिंदूवादी नेताओं और कार्यकर्ता की हत्या के मामले सामने आए है। पिछले साल जुलाई 2022 में इसी तरह का केस कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले से सामने आया था। तब वहां बीजेपी युवा मोर्चा के जिला सचिव प्रवीण नेट्टारू की हत्या कर दी थी।
प्रवीण नेट्टारू की हत्या के पीछे पीएफआई का हाथ
प्रवीण नेट्टारू की हत्या रात करीब 9 बजे दुकान से लौटते समय की गई थी। इस मामले की जांच में हत्या के पीछे पीएफआई का हाथ सामने आया था। जांच एजेंसी ने पीएफआई के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था। बीते दिनों प्रवीण नेट्टारू की हत्या से जुड़े पीएफआई के दो फरार नेताओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने पांच-पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया है।
मणिकंदन की हत्या में शामिल बदमाश जल्द होंगे गिरफ्तार
इधर तमिलनाडु के मदुरै में बीती रात हिंदू मक्कल काची नामक हिंदूवादी संगठन के नेता मणिकंदन की हत्या से इलाके में फिर रोष है। जहां हथियार से लैस भीड़ ने बीच रास्ते में रोककर हिंदूवादी नेता की हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है। जल्द ही हत्या में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।
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