पेट में जम गया सीमेंट और पीओपी धीरेन ने काम करते वक्त ध्यान ना देने की बात को लेकर बिमल को डांट दिया था। इससे बिमल आहत हो गया और उसने जानलेवा कदम उठा लिया। सीमेंट और पीओपी थोड़ी देर में उसके पेट में जम गया। इसके बाद उसे पेट दर्द शुरू हो गया। बिमल को फौरन स्थानीय मारवाड़ी अस्पताल ले जाया गया और फिर रामपूर्हट ब्लॉक अस्पताल ले जाया गया। कहीं बात न बनने पर उसे बर्धमान अस्पताल में भर्ती कराया गया।
…डॉक्टरों के उड़ गए होश बर्धमान मेडिकल कॉलेज के सर्जन्स ने जब 19 साल के बिमल का ऑपरेशन करना शुरू किया तो उनके होश उड़ गए। 10 डॉक्टरों की एक टीम ने उसके पेट से सीमेंट निकाला। यहां बिमल को लगातार निगरानी में रखा गया और कई परीक्षण किए गए। सर्जरी के बाद बिमल की हालत में सुधार हो रहा है। हालांकि इस संबंध में अभी तक पुलिस कार्रवाई की कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
डॉक्टरों ने किया काबिलेतारीफ काम डॉक्टरों की टीम का नेतृत्व करने वाले डॉ स्नेहांग्शु पान ने कहा कि यह सर्जरी थोड़ी अलग थी। उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों में अक्सर लोग सर्जरी कराने कोलकाता या दक्षिण भारत चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि जिला अस्पतालों के डॉक्टर भी डॉक्टर कुशल होते हैं और उन्होंने अपना लोहा मनवाया है।