क्रमांक पांच में रहने वाले रिटायर्ड आयुर्वेद मेडिकल ऑफिसर डॉ कालेबाबू स्वर्णकार (66) ने एक रिश्तेदार से दो लाख रुपए उधार देने का वादा कियाथा। ताकि उसकी बेटी की शादी के काम में आ सकें।
गुरुवार की दोपहर करीब 2.15 बजे वे पटेल नगर स्थित एसबीआई शाखा पहुंचे और दो लाख दस हजार रुपए बैंक से निकाले। सौ-सौ रुपए की 11 गड्डियां थैले में डालीं और मोपेड पर लटका लिया। तभी उन्होंने पाया कि उनकी मोपेड का टायर पंचर है। वे उसे सुधरवाने के लिए कुछ ही दूरी पर स्थित राजेश टायर वाले के यहां ले गए। तभी बातों में नजर इधर उधर हुई तो रुपयों से भरा थैला पार कर दिया। उन्होंने मामले की लिखित शिकायत भांडेर थाने में की है। पुलिस ने उनसे इस संबंध में विस्तृत पूछताछ की फिर इसके बाद संबंधित व्यक्ति का हुलिया जानने का प्रयास किया है।
पुलिस प्रयास कर रही है कि क्या इस तरह की घटना को अंजाम देने वाला कोई गिरोहतो काम नहीं कर है। क्योंकि डॉ स्वर्णकार का कहना है कि बुधवार को भी वे जब एफडी ब्रेक कराने आए थे तो भी उनकी मोपेड किसी ने पंचर कर दी थी । इससे कयास लगाया जा रहा है कि क्षेत्र में ऐसा चोर गिरोह सक्रिय हो गया है जो कि वाहनों को पंचर कर वारदातों को अंजाम दे रहा है।