नई दिल्ली। एनआईए अफसर डीएसपी तंजील अहमद की हत्या के मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार शख्स तंजील अहमद का रिश्तेदार बताया जा रहा है। पुलिस ने इस हत्या के मामले में बाइक चला रहे रेहान को पकड़ा है, जो कि तंजील की बहन के पति के भाई का बेटा है। वहीं गोली मारने वाला आरोपी मुनीर फरार बताया जा रहा है। पुलिस का दावा है कि आरोपी ने अपना गुनाह कबूल किया है। घटना के पीछे आपसी रंजिश सामने आ रही है। हालांकि मर्डर की वजह पर पुलिस ने अभी तक कुछ नहीं कहा है। इस मामले में यूपी पुलिस ने 7 अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। उनके पूछताछ की जा रही है। वहीं तंजील के गांव (सहसपुर) का ही रहने वाला हिस्ट्रीशीटर मुनीर फरार चल रहा है। उसने ही गोलियां मारी थीं। पुलिस ने सहसपुर और बरेली से मुनीर के चार दोस्तों समेत कुल सात को पकड़ा है। वारदात में इस्तेमाल की गई पल्सर बाइक बरामद कर ली गई है। गौरतलब है कि परिवार के साथ भांजी की शादी से लौट रहे तंजील की यूपी के बिजनौर में 24 गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। हाल ही में डीएसपी के बच्चों का बयान आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि हत्यारे मौत होने तक पापा को गोलियां मारते रहे।शादी में आए अनजान लड़कों पर था शकइससे पहले तंजील के भाई राकिब अहमद ने जांच अधिकारियों को बताया था कि फंक्शन के दिन बाइक पर दो अनजान लड़के वहां आए थे। जब उनसे आने का कारण पूछा गया तो वे कुछ स्पष्ट नहीं बता पाए। वहीं घटना के पीछे यासिन भटकल ग्रुप का हाथ होने की संभावनाएं इसलिए जताई जा रही हैं क्योंकि तंजील ने भटकल को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई थी। वे बिहार में एनआईए के अहम अफसर थे।तंजील की मौत से किसे होगा फायदा?एजेंसियां 30 से 50,000 कॉल्स खंगाल रही हैं। पश्चिमी यूपी में करीब 24 कॉन्ट्रैक्ट किलर की एक्टिविटीज को भी ट्रैक किया गया था। यूपी और दिल्ली पुलिस के साथ एनआईए को मिलाकर कुल चार एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। अधिकारी लगातार यह पता करने का प्रयास कर रहे हैं कि तंजील की मौत से आखिर किसका फायदा किसे होगा?कोड वर्ड पकड़ने में थे माहिर-मालूम हो कि तंजील पठानकोट हमले की जांच के अलावा भी कई महत्वपूर्ण जांचों में शामिल थे। इसके अलावा वह IS का नेटवर्क बर्स्ट करने वाली टीम में थे। तंजील आतंकियों का कोड-वर्ड पकड़ने में माहिर थे। इस बीच रविवार शाम दिल्ली में उनको सुपुर्द-ए-खाक किया गया।कौन थे तंजील अहमद?तंजील अहमद NIA के ऑपरेशन की कोर टीम का हिस्सा थे। वो सभी बड़े आतंकवादी वारदातों की जाँच में शामिल रहे हैं जिसमे पठानकोट का हमला भी शामिल है। पाकिस्तान से आई जेआईटी की टीम के साथ बातचीत के दौरान पांच दिन तक कोर टीम के साथ मौजूद थे। तंजील अहमद के पास पठानकोट के अलावा भारत में आईएस आतंकी संगठन के मॉड्यूल की जाँच, पश्चिम बंगाल के बर्धमान में हुए आतंकी हमले की जाँच और आतंकियों के लिए जाली नोटों की जाँच से जुड़े थे।BSF से प्रमोट होकर NIA में आए थे-बिजनौर के मूल निवासी अहमद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से प्रतिनियुक्ति पर NIA में आये थे। वह दो जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की जांच टीम में थे। पठानकोट हमले की जांच के लिए पाकिस्तानी SIT टीम से बात करने वाली NIA टीम में भी शामिल थे।