ये है मामला
महिला थाना के मुख्यद्वार पर पड़ा पीड़ित परिवार कासगंज शहर के चामुंडा मंदिर के समीप के रहने वाले हैं। पुलिस कार्रवाई न होने और बेटों के इलाज के लिए पैसा न होने की वजह से घायल परिवार महिला थाने की चौखट पर न्याय के लिए बिलख रहा था, लेकिन महिला थाने में सुरक्षा के जिम्मेदार धूप का आनंद ले रहे थे, तो वहीं पुलिस की चौखट पर लोग घायल अवस्था में पड़े लोगों को देखने में। घायल उर्मिला की माने तो बीती एक जनवरी को उसके बेटे उमेश को पड़ीसी राजवीर, राजाराम ने अपने आधा दर्जन परिवार के सदस्यों के साथ चामुंडा मंदिर में पूजा करने के दौरान घेर लिया और जमकर पिटाई की। बचाव को आई उर्मिला और उनकी देवरानी अनीता और उसके बेटे विकास को भी दबंगों ने लाठी डंडो से मारपीट कर लहुलूहान कर दिया था, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। पीडित उर्मिला का कहना है कि अगर पुलिस ने हमारी नहीं सुनी तो वह अपने बेटो समेत नहर में कूदकर आत्महत्या कर लेंगे। हालांकि पुलिस ने घायल परिवार को जल्द कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भेजा है।
महिला थाना के मुख्यद्वार पर पड़ा पीड़ित परिवार कासगंज शहर के चामुंडा मंदिर के समीप के रहने वाले हैं। पुलिस कार्रवाई न होने और बेटों के इलाज के लिए पैसा न होने की वजह से घायल परिवार महिला थाने की चौखट पर न्याय के लिए बिलख रहा था, लेकिन महिला थाने में सुरक्षा के जिम्मेदार धूप का आनंद ले रहे थे, तो वहीं पुलिस की चौखट पर लोग घायल अवस्था में पड़े लोगों को देखने में। घायल उर्मिला की माने तो बीती एक जनवरी को उसके बेटे उमेश को पड़ीसी राजवीर, राजाराम ने अपने आधा दर्जन परिवार के सदस्यों के साथ चामुंडा मंदिर में पूजा करने के दौरान घेर लिया और जमकर पिटाई की। बचाव को आई उर्मिला और उनकी देवरानी अनीता और उसके बेटे विकास को भी दबंगों ने लाठी डंडो से मारपीट कर लहुलूहान कर दिया था, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। पीडित उर्मिला का कहना है कि अगर पुलिस ने हमारी नहीं सुनी तो वह अपने बेटो समेत नहर में कूदकर आत्महत्या कर लेंगे। हालांकि पुलिस ने घायल परिवार को जल्द कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भेजा है।