पीडि़ता ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए उसका एक युवक से सम्पर्क हुआ था। युवक के बुलावे पर वह जयपुर आई और मानसरोवर में एक होटल में ठहरी थी। युवक ने उसे अजमेर रोड पर कैब से बुलाया और वहां बाइक पर बैठाकर ले गया। फिर कार में युवक के अन्य साथी मिले, जो पीडि़ता को जबरन बैठा ले गए। आरोपियों के पास ३ कारें थीं, जिनमें 12 युवक सवार थे। पहली कार में सवार युवकों ने पीडि़ता से बलात्कार किया, उसके बाद उसे एक के बाद एक पीछे चल रही दोनों कारों में शिफ्ट किया। उन कारों में सवार कई युवकों ने भी पीडि़ता से बलात्कार किया। फिर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पीडि़ता को मानसरोवर में होटल के बाहर छोड़ गए। अक्टूबर 2020 में हुई इस घटना के बाद पीडि़ता जयपुर नहीं आई।
पड़ताल में जुटी लम्बी टीम-
वीडियो शुक्रवार रात 8 बजे जयपुर पुलिस के ध्यान में आया। वीडियो जयपुर का होने की आशंका पर 10 आरपीएस और 50 सीआइ की टीम बनाई गई। इसमें 100 से अधिक अन्य पुलिसकर्मी शामिल किए गए। टीम ने वेश्यावृत्ति से जुड़े 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की। आखिर पुलिस पीडि़ता तक पहुंची और रविवार रात जयपुर आई युवती ने मानसरोवर थाने में मामला दर्ज कराया।
यों वायरल हुआ वीडियो-
पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरोह अश्लील वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करता रहा है। उत्तरप्रदेश के एक युवक का वीडियो बनाकर उसे भी ब्लैकमेल कर रहा था। युवक को युवती का वीडियो भेजकर धमक ा रहा था। उक्त युवक ने आरोपियों को सबक सिखाने के लिए उत्तरप्रदेश में वीडियो वायरल कर दिया।
वीडियो बनाते हुए कर रहे थे मारपीट-
चलती कार में आरोपियों ने युवती से बलात्कार किया और वीडियो बनाया। इस दौरान गला दबाया, गाली-गलौच और मारपीट भी की।
गिरोह की करतूत: एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि आरोपी वेश्यावृत्ति से जुड़े हैं। उक्त करतूत को देखते हुए आशंका है कि यह गिरोह धनाढ्य लोगों के अश्लील वीडियो बनाता और उन्हें ब्लैकमेल करता रहा होगा। गिरोह के लोगों को पकडऩे के बाद ही पुष्टि होगी।