बीते 26 अगस्त को जेएमबी के भारत में सरगना एजाज अहमद को गिरफ्तार किया गया था। कोलकाता एसटीएफ ने एजाज को बिहार में गया जिला के मानपुर इलाके से धरा था। इसके बाद गया की एक अदालत में एजाज को पेश किया गया। अदालत के आदेश एजाज को कोलकाता पुलिस साथ ले गई।
नाम बदलकर रह रहा था रिपोर्ट्स के मुताबिक मूलरूप से पश्चिम बंगाल निवासी एजाज अहमद गया के पठान टोली में अपने बीवी-बच्चों के साथ नाम बदलकर रह रहा था। एजाज अहमद उर्फ मोती अहमद हाल की निशानदेही पर बिहार एटीएस और गया पुलिस ने विस्फोटक बनाने का सारा सामान उसके साथी मोहम्मद रजा के रूम से पकड़ा है, जहां पर वह किराये पर रहता है।
जानिए क्या है IED जिसका आतंकियों करते हैं हमले में इस्तेमाल इस संबंध में वजीरगंज पुलिस ने बताया कि पटना की टीम ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की, जिसमें उनके हाथ कई आपत्तिजनक सामग्री आई। टीम ने कुछ लोगों से पूछताछ भी की और छापेमारी में बरामद सामान साथ ले गई।
दो साथियों की तलाश में पुलिस बताया जा रहा है कि एजाज ने पूछताछ में अपने कई साथियों के संबंध में भी जानकारी दी है। पुलिस फिलहाल मोहम्मद रजा और एक अन्य साथी की तलाश में है। पुलिस सूत्रों की मानें तो एजाज की ही तरह उसके अन्य साथी फेरी लगाकर कपड़े बेचते थे। पुलिस का मानना है कि स्लीपर सेल तैयार करने में स्थानीय लोगों की सहायता जरूर मिली होगी।
कई युवाओं को दे चुका है ट्रेनिंग एजाज पर आरोप है कि वह कई युवाओं को आतंकी बनने की ट्रेनिंग दे चुका है। आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) और टाइम बम बनाने में एक्सपर्ट एजाज के बारे में यह जानकारी भी सामने आई है कि वह संगठन में जिन्हें भी जोड़ता था, सबसे पहले उन्हें बम बनाने की ट्रेनिंग देता था।