पुलिस ने आगे बताया कि ऐसा लगता है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भाई अनीस टीम का हिस्सा था और हवाला नेटवर्क के जरिए इसकी फंडिंग की जा रही थी। पुलिस ने कहा कि ये गिरफ्तारियां उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली और राजस्थान में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी के दौरान की गईं। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग आगामी त्योहारी सीजन से पहले शहरों की रेकी कर रहे थे। नवरात्रि और रामलीला को निशाना बनाना इनका मकसद था।
गिरफ्तार लोगों की पहचान महाराष्ट्र के जान मोहम्मद शेख (47), दिल्ली के ओसामा (22), उत्तर प्रदेश के रायबरेली के मूलचंद (47), इलाहाबाद के जीशान कमर (28), बहराइच के मोहम्मद अबू बकर (23) और लखनऊ से मोहम्मद आमिर जावेद (31) के रूप में हुई है।
इस संबंध में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी नीरज ठाकुर ने कहा, “गिरफ्तार किए गए छह में से दो आतंकी (ओसामा और जीशान) पाकिस्तान में प्रशिक्षित थे और वे इसी साल भारत में घुसे थे। इन लोगों के बारे में सूचना मिलने पर हमने एक विशेष टीम बनाई। पहले गिरफ्तारी महाराष्ट्र में हुई, फिर दो दिल्ली से, उसके बाद हमने यूपी एटीएस के साथ मिलकर तीन को गिरफ्तार किया।”
इतना ही नहीं पुलिस ने इन लोगों के कब्जे से हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और विशेष पिस्टल भी बरामद किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल वे आने वाले समय में करते। नीरज ठाकुर के मुताबिक, “इनमें से दो मस्कट गए थे, वहां से वे पाकिस्तान चले गए। उन्हें विस्फोटकों में प्रशिक्षित किया गया था। वे स्लीपर सेल की तरह काम कर रहे थे। ऐसा प्रतीत होता है कि सीमा पार के लोगों के साथ काफी संपर्क था। दाऊद इब्राहिम का भाई अनीस टीम का हिस्सा था। हवाला नेटवर्क के जरिए फंडिंग की जा रही थी। वे त्योहारों के मौसम के लिए शहरों की खोज कर रहे थे और लक्ष्य बना रहे थे। उन्हें हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किया गया था।”
वहीं, प्रशांत कुमार, ADG (क़ानून-व्यवस्था), लखनऊ, उत्तर प्रदेश ने कहा, “यूपी एटीएस द्वारा एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए आईएसआई स्पॉन्सर्ड मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है और 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है। लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज में एकसाथ रेड के दौरान ये सफलता मिली। प्रयागराज से एक लाइव आईडीबी भी बरामद हुआ है। उसे निष्क्रिय किया जा रहा है। आगे की पूछताछ जारी है।”