आपको बता दें कि भारत के सबसे बड़े तेल उत्पादकों में एक ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड ( ONGC ) ने ट्विटर के जरिए खुद ये जानकारी दी है। मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात में बदमाशों ने शिवसागर जिले के लकवा फील्ड से इन कर्मचारियों को किडनैप किया है।
यह भी पढ़ेँः देश में Corona की दूसरी लहर का कहर, पहली बार दो हजार मौत के साथ फिर सामने आए रिकॉर्डतोड़ नए केस असम में ओएनजीसी के तीन कर्मचारियों को हथियारबंद बदमाशों ने किडनैप कर लिया है। खास बात यह है कि वारदात के बाद कर्मचारियों को ओएनजीसी की गाड़ी में ही उठाकर ले गए। हालांकि बाद में इस गाड़ी को असम-नागालैंड के बॉर्डर पर निमोनागढ़ के जंगलों के पास लावारिस हालत में छोड़ दिया गया।
कंपनी ने ट्विटर पर बताया, ‘बदमाशों ने कर्मचारियों का अपहरण के लिए ओएनजीसी की ही एक गाड़ी का इस्तेमाल किया। बाद में ये गाड़ी असम-नागालैंड सीमा के पास निमोनागढ़ जंगल के नजदीक पाई गई।
केस किया दर्ज
ONGC ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में एक केस दर्ज करवाया है। कंपनी के मुताबिक राज्य पुलिस के उच्च अधिकारी घटनास्थल पर हैं, हालांकि अब तक कर्मचारियों का कोई सुराग नहीं मिला है।
ONGC ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में एक केस दर्ज करवाया है। कंपनी के मुताबिक राज्य पुलिस के उच्च अधिकारी घटनास्थल पर हैं, हालांकि अब तक कर्मचारियों का कोई सुराग नहीं मिला है।
यह भी पढ़ेँः कोरोना संकट के बीच अब इस राज्य में नाइट कर्फ्यू के टाइम में हुआ इजाफा, जानिए और क्या-क्या हैं पाबंदियां कंपनी के मुताबिक, घटना के बारे में स्थानीय प्रशासन को जानकारी दी गई है और ONGC उच्च अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ये काम उग्रवादियों का हो सकता है। हालांकि अब तक किसी ने भी इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है और ना ही फिरौती या कोई मांग सामने आई है।
आपको बता दें कि ऊपरी असम में 1960 के दशक से ही ओएनजीसी तेल और गैस को तलाशने और उसके उत्पादन में लगा रहा है।