अपराध की ओर बढ़ रहे देश के महानगर, एक साल में 48 लाख से ज्यादा क्राइम: NCRB
2016 में 3 लाख 38 हजार 954 महिला हिंसा
एनसीआरबी की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के खिलाफ देश में 2016 में 3 लाख 38 हजार 954 मामले दर्ज किए गए, जो 2015 (3,29243) के मुकाबले 2.9 प्रतिशत ज्यादा हैं। वहीं 2015 में महिलाओं से हुए अपराधों में 3 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। 2014 में 3,39,457 मामले दर्ज किए गए थे।
2016 में 3 लाख 38 हजार 954 महिला हिंसा
एनसीआरबी की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के खिलाफ देश में 2016 में 3 लाख 38 हजार 954 मामले दर्ज किए गए, जो 2015 (3,29243) के मुकाबले 2.9 प्रतिशत ज्यादा हैं। वहीं 2015 में महिलाओं से हुए अपराधों में 3 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। 2014 में 3,39,457 मामले दर्ज किए गए थे।
यूपी में 49,262 महिला अपराध
महिला अपराध में उत्तर प्रदेश 49,262 मामलों के साथ पहले और पश्चिम बंगाल 32,513 मामले के साथ दूसरे स्थान पर है।
पति और रिश्तेदारों की प्रताडऩा: 1 लाख 10 हजार 378 मामले दर्ज किए गए। जिसमें पहले स्थान पर 19302 मामले के साथ पश्चिम बंगाल , दूसरे पर 13811 मामले के साथ राजस्थान और 11156 केस के साथ उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है।
महिला अपराध में उत्तर प्रदेश 49,262 मामलों के साथ पहले और पश्चिम बंगाल 32,513 मामले के साथ दूसरे स्थान पर है।
पति और रिश्तेदारों की प्रताडऩा: 1 लाख 10 हजार 378 मामले दर्ज किए गए। जिसमें पहले स्थान पर 19302 मामले के साथ पश्चिम बंगाल , दूसरे पर 13811 मामले के साथ राजस्थान और 11156 केस के साथ उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है।
महिलाओं पर यौन हमले: 2016 में कुल 84746 महिला यौन हिंसा के मामले दर्ज हुए हैं। जिसमें महाराष्ट्र 11396, उत्तर प्रदेश में 11335 और मध्य प्रदेश 8717 हैं।
अपहरण: अपहरण के मामले में भी उत्तर प्रदेश सबसे आगे हैं। वर्ष 2016 में कुल 64519 अपहरण के मामले दर्ज हुए हैं। जिसमें उत्तर प्रदेश में 12994 केस, महाराष्ट्र में 6170 केस और बिहार में 5496) केस हुए हैं।
बलात्कार: साल 2016 में देश का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश से सबसे ज्यादा बलात्कार की खबरें आई हैं, जिनके मामले दर्ज हुए हैं। 2016 में पूरे देश में कुल 38947 दुष्कर्म के मामले प्रकाश में आए। जिसमें अकेले मध्य प्रदेश में 4882 रेप हुए हैं। जबकि उत्तर प्रदेश में 4816 और महाराष्ट्र में 4189 मामले दर्ज हुए हैं।