नवंबर में अजीत रे को किया था गिरफ्तार
इससे पहले नवंबर, 2018 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गढ़चिरौली से एक बड़े नक्सली को गिरफ्तार किया जो 1992 से नक्सली गतिविधियों में शामिल रहकर बड़े पैमाने पर कारतूस लेता था और इनका प्रयोग नक्सली करते थे। इस नक्सली पर दो लाख का इनाम था। 48 साल के अजीत रे को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 9 नवंबर को कई महीने की मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया था। अजीत पर आरोप है कि वो नक्सली गतिविधियों में शामिल रहकर नक्सल ऑपरेशन के लिए बड़े पैमाने पर कारतूस के सप्लायरों से कारतूस ले रहा था, ये कारतूस छोटे हथियारों से लेकर बड़े हथियारों के हैं। पुलिस को उसके पास से 45 कारतूस भी बरामद किए थे।
इससे पहले नवंबर, 2018 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गढ़चिरौली से एक बड़े नक्सली को गिरफ्तार किया जो 1992 से नक्सली गतिविधियों में शामिल रहकर बड़े पैमाने पर कारतूस लेता था और इनका प्रयोग नक्सली करते थे। इस नक्सली पर दो लाख का इनाम था। 48 साल के अजीत रे को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 9 नवंबर को कई महीने की मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया था। अजीत पर आरोप है कि वो नक्सली गतिविधियों में शामिल रहकर नक्सल ऑपरेशन के लिए बड़े पैमाने पर कारतूस के सप्लायरों से कारतूस ले रहा था, ये कारतूस छोटे हथियारों से लेकर बड़े हथियारों के हैं। पुलिस को उसके पास से 45 कारतूस भी बरामद किए थे।
मुठभेड़ में मारे गए थे 37 नक्सली
22 अप्रैल, 2018 को गढ़चिरौली में महाराष्ट्र पुलिस के कमांडोज के सी-60 स्क्वाड ने 37 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। यह अभियान कई दिनों तक जारी रहा था। उस समय इस अभियान को भारी बारिश और संख्याबल में कमी के कारण रोक दिया गया था।
22 अप्रैल, 2018 को गढ़चिरौली में महाराष्ट्र पुलिस के कमांडोज के सी-60 स्क्वाड ने 37 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। यह अभियान कई दिनों तक जारी रहा था। उस समय इस अभियान को भारी बारिश और संख्याबल में कमी के कारण रोक दिया गया था।