अनंतनाग में तैनात थे अनंतनाग
गुरुवार को राजेंद्र सिंह की सीमा संगठन के काफिले की सुरक्षा में तैनात थे। वे अपनी टीम के साथ अनंतनाग बाईपास के पास के काफिले के साथ गुजर रहे थे। इसी दौरान कुछ स्थानीय युवकों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों को निशाना बना लिया। दर्जनों की संख्या में जुटे पत्थरबाजों ने इन गाड़ियों पर पत्थर फेंकने लगे। इसी दौरान एक पत्थर राजेंद्र सिंह के सिर पर आकर लग गई और वे बुरी तरह जख्मी हो गए। आनन फानन में उन्हें पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
दो साल पहले ही सेना में हुए थे भर्ती
शहीद जवान राजेंद्र सिंह उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहालट के रहने वाले थे। दो साल पहले 2016 में ही वे भारतीय सेना में भर्ती हुए। राजेंद्र सिंह के शहादत की खबर सुनते पूरे गांव में कोहराम मच गया।