इस बार आतंकी बदल सकते हैं अपना तरीका जानकारी के मुताबिक पिछले महीने से जम्मू और कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद फिर से सुरक्षा बलों पर हमला करने की योजना बना रहा है। खुफिया एजेंसियों की इस सूचना को घाटी में सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए आतंकवादी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले संभावित मोडस ऑपरेंडी के संदर्भ में ताजा चेतावनी माना जा रहा है। बताया गया है कि आतंकवादी इस बार वाहन का उपयोग नहीं करेगा जैसा कि 14 फरवरी के पुलवामा हमले के दौरान किया गया था लेकिन आईईडी का उपयोग हवाई ठिकानों व रक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए किया जा सकता है।
लोकसभा चुनाव: आखिरी चरण के मतदान के लिए आज थम जाएगा चुनाव प्रचार, 59 सीटों पर 19 मई को मतदान डार ने किया था आईईडी का इस्तेमाल बता दें कि 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद ऑपरेटिव आदिल अहमद डार ने अपने आईडी से भरे वाहन को सीआरपीएफ के काफिले में घुसा दिया था। इस आतंकी हमले में कम से कम 40 सैनिकों की मौत हो गई थी। इसके जवाब में भारत ने 26 फरवरी को एलओसी के पार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी संगठनों के प्रशिक्षण शिविरों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए थे।