मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चारों बदमाश मेवात के नूंह और पिनगवां के रहने वाले हैं। बदमाशों ने खुलासा किया कि उन्हें एक एटीएम हैक करके पैसे निकालने में बमुश्किल 25-30 सेकेंड का वक्त लगता था। एटीएम से रकम बाहर आते ही यह बैंक के कस्टमर केयर सेंटर में फोन करके शिकायत करते थे कि उनका पिछला ट्रांजैक्शन फेल हो चुका है।
इसके कुछ दिनों बाद उनकी पूरी रकम खाते में वापस आ जाती थी। पुलिस ने सोमवार को चारों को अदालत में पेश कर 5 दिन की रिमांड पर ले लिया है। एसटीएफ ने इन सभी को रविवार रात सदर बाजार से गिरफ्तार किया। इनकी पहचान बूबलहेड़ी, नूंह निवासी इकबाल, राहिल, वाहिद और ढाणा, पिनगवां निवासी सद्दाम के रूप में की गई है। बदमाशों ने बताया कि एटीएम में डेबिट कार्ड डालने के बाद जैसे ही मशीन के भीतर से नोटों को गिनने की आवाज आने लगती थी, ये लोग तुरंत ही बिजली सप्लाई बंद कर देते थे।
इसके 4-5 सेकेंड बाद बिजली सप्लाई शुरू कर देते थे और रकम बाहर आ जाती थी। रकम मिलते ही यह कस्टमर केयर पर फोन करके शिकायत कर देते थे कि रुपये नहीं निकले और पैसे खाते से कट गए। इसके बाद तकरीबन सप्ताह भर के भीतर बैंक रकम वापस अकाउंट में भेज देता था।
इन बदमाशों ने बताया कि सभी ने अलग-अलग बैंकों में खाते खुलवा रखे थे। जबकि तमाम जानने वालों से उनके डेबिट कार्ड उधार पर लिए हुए थे। इन कार्डों से ठगी करने के बाद वो आधी रकम उन्हें सौंप देते थे और बाकी खुद रखते थे। जानकारी मिलने के बाद गांव के अन्य कई युवक भी ऐसा ही करने लगे थे। यह गैंग उन एटीएम को निशाना बनाता था, जहां पर कोई गार्ड न हो।