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पुलिस पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया है कि वह अक्सर मंदिर में लगने वाले भंडारों में जाता था और वहां खाना खाने आईं बच्चियों को उठा ले जाता था। मंगलवार को इस मामले को लेकर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीसीपी क्राइम सुमित कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को पता चला कि आरोपी का कोई एक ठिकाना नहीं था।। वह सड़क किनारे कहीं भी सो जाता था, कहीं भी मजदूरी कर लेता था। इसमे एक बात तो कॉमन है वह यह है कि आरोपी भंडारे में खाना खाने का काफी शौकीन है।
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आरोपी की इसी बात को भुनाते हुए पुलिस ने उसको पकड़ने का जाल बिछाया। इसके लिए पुलिस ने बीते मंगलवार को गुड़गांव के एक हनुमान मंदिर में, गुरुवार को साईं मंदिर में और शनिवार को शनि मंदिर में भंडारे का आयोजन कराया। इन भंडारों के आसपास सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया, जो वहां की गतिविधियों पर पैनी नजर रख रहे थे। इसके साथ ही 100 से अधिक पुलिसकर्मियों ने रात को सड़क किनारे सोने वालों, निर्माणाधीन इमारतों में मजदूरी करने वाले करीब 2000 से अधिक लोगों से पूछताछ की। लेकिन आरोपी गुड़गांव में पकड़ा नहीं जा सका।
आपको बता दें कि 12 नवंबर को गुडगांव सेक्टर-66 इलाके में तीन वर्षीय एक मासूम बच्ची का शव सड़क किनारे पड़ामिला था। जानकारी कर पता चला कि बच्ची 11 नवंबर की दोपहर से गायब थी। इस बच्ची की दुष्कर्म के बाद बर्बरता कर उसकी हत्या की गई थी। इस घटना का आरोप घटनास्थल के पास की ही झुग्गी में रहने वाले युवक सुनील पर लगा था। जिसके बाद पुलिस ने उसको झांसी के मगरपुर गांव से दबोच लिया।