एसपी चैतन्य मांडलिक ने बताया है कि तनाव को देखते हुए एहतियातन संवेदनशील क्षेत्रों और कारखानों में पर्याप्त सुरक्षा तैनात की है। इसके साथ ही लोगों से अपील की जा रही है कि वे शांति बनाए रखें। इस मामले में पुलिस को अपना काम करने दें। किसी भी आरोपी को बक्शा नहीं जाएगा। पुलिस प्रशासन ने लोगों से कहा है कि सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों पर विश्वास न करें।
रविवार को कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने बयान जारी कर कहा था कि उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने कभी भी क्षत्रिय ठाकोर सेना को गैर गुजरातियों पर हमले या हिंसा में शामिल होने के लिए नहीं कहा। उन्होंने ये मांग भी रखी कि 72 घंटों के अंदर उनके समाज के निर्दोष लोगों के खिलाफ दर्ज मामले रद्द किए जाने चाहिए। साथ ही पुलिस प्रशासन शांति बहाली की दिशा में प्रभावी कदम उठाए। ठाकोर ने कहा था कि जो भी लोग इस हिंसा के पीछे हैं, मैं उनसे शांति की अपील करता हूं। उसमें हमारे समाज और सेना के लोग भी हो सकते हैं। लेकिन हमारी ओर से हमला करने का कोई आदेश नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। गुजरात में सभी समुदाय के लोग सुरक्षित हैं। गुजरात से बाहर के लोगों को भी डरने की आवश्यकता नहीं है।
गुजरात के डीजी शिवानंद झा ने बताया है कि इस तरह के हमले पिछले एक हफ्ते में गांधीनगर, मेहसाना, साबरकांठा, पाटन और अहमदाबाद जिलों में हुए हैं। हिंसक घटनाओं के मामले में 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर गैर गुजरातियों, खासकर बिहार एवं उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ नफरत भरे संदेश फैलाए जाने के बाद ये हमले हुए। उन्होंने जानकारी दी है कि गैर गुजरातियों पर हमले के बाद से राज्य के विभिन्न जिलों में अब तक 18 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। हम इस तरह की गतिविधियों की किसी भी कीमत में अनुमति नहीं देंगे। हमने कारखानों और हाउसिंग सोसाइटियों में निगरानी बढ़ा दी है।