लॉकडाउन से थमा आटोमोबाइल सेक्टर, मार्च से ही बंद हो गई थी वाहनों की बिक्री
मेन सीजन में हुआ करोड़ों का नुकसान, व्यापारियों को सता रही भविष्य की चिंता
लॉकडाउन से थमा आटोमोबाइल सेक्टर, मार्च से ही बंद हो गई थी वाहनों की बिक्री
देवास। लॉकडाउन के कारण ऑटोमोबाइल सेक्टर के एक से दो साल तक पीछे जाने की बात कही जा रही है। मेन सीजन में इस तरह के हालात हैं कि करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है। शहर के टू व्हीलर शो रूम में मार्च माह से ही टू व्हीलर की बिक्री नहीं हो सकी है। चिंता यह भी है कि कारोबार कब खुलेगा। खुलने के बाद गति पकड़ सकेगा भी या नहीं क्योंकि इस लॉकडाउन का असर बिक्री के साथ ही प्रोडक्शन पर भी पड़ेगा।
दरअसल आटोमोबाइल सेक्टर पर लॉकडाउन का बहुत बुरा असर पड़ा है। शहर में जितने भी शो रूम है सभी बंद हैं और मार्च माह के बाद से ही यह स्थिति है कि बाइक आदि की बिक्री नहीं हो सकी है। बीएस ६ मॉडल प्रोडक्शन के बाद डीलर्स तक पहुंच तो गए लेकिन उन्हें खरीदने के लिए लोग नहीं आए क्योंकि लॉकडाउन के कारण बाजार बंद हो गया। देवास की बात करें तो करीब १० से १५ करोड़ रुपए का नुकसान आटोमोबाइल इंडस्ट्री में हुआ है। ये आंकड़ा सिर्फ टू व्हीलरों का है।
बदल जाएगी लोगों की प्राथमिकता
शोरूम पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी रोजगार का संकट खड़ा हुआ है और इन शोरूम से जुड़ी फायनेंस कंपनियां भी प्रभावित हुई है। आपस में लिंक इन सभी पर लॉकडाउन ने प्रतिकूल असर डाला है। शोरूम संचालक इस बात से भी चिंतित है कि लॉकडाउन कब खुलेगा और खुलने के बाद व्यापार कब गति पकड़ेगा। फिलहाल इस बारे में स्पष्ट निर्देश नहीं है लेकिन कहा जा रहा है कि यदि आने वाले कुछ दिनों में लॉकडाउन खुलता भी है तो व्यापार चल नहीं सकेगा क्योंकि लोगों के लिए अब बाइक-कार सेकंडरी हो जाएंगे। पहली प्राथमिकता घर की जरुरतें ही रहेंगी। इतना ही नहीं प्रोडक्शन पर भी असर पड़ेगा क्योंकि कुछ पार्ट्स ऐसे हैं जो चीन से ही आते हैं। भारत में उनका उत्पादन नहीं होता। इसके चलते भी शोरूम संचालक चिंतित है कि आने वाले समय में क्या होगा और किस तरह से व्यापार कर सकेंगे।
एक साल पीछे चला गया व्यापार
खु राना मोटर्स के सुरिंदर सिंह ने बताया कि आटोमोबाइल सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। टू व्हीलर इंडस्ट्री में देवास जिले में करीब १५ करोड़ के नुकसान की आशंका है। मार्च-अप्रैल का सीजन अहम रहता है क्योंकि शादी-ब्याह रहते हैं और गांवों में फसलें भी कट जाती है। अब तो कारोबार करीब एक साल पीछे चला जाएगा क्योंकि लॉकडाउन खुलने के बाद टूव्हीलर्स लोगों के लिए सेकंडरी हो जाएंगे। सरकार को ये करना चाहिए कि व्यापारियों को थोड़ी रियायत दे। व्यापार पूरी तरह चौपट हो गया है। सरकार कोई गाइडलाइन तय कर दे ताकि कम से कम व्यापार शुरू तो हो सके।
सरकार को करना चाहिए विचार
डो डिया टीवीएस के सुनील डोडिया ने बताया कि व्यापार पहले से मंदी से जूझ रहा था और अब लॉकडाउन ने और चिंता बढ़ा दी। मार्च के बाद से वाहनों की बिक्री रूक गई, शोरूम भी बंद है। कुछ लोगों ने बुकिंग करवाई थी लेकिन लॉकडाउन के कारण सब निरस्त हो गया। लॉकडाउन खुलने के बाद भी बाजार गति नहीं पकड़ सकेगा क्योंंकि मन में भय बना रहेगा और लोगों की प्राथमिकता भी बदलेगी। मैं यही कहना चाहता हूं कि सरकार कम से कम व्यापारियों को कुछ राहत दे। जीएसटी कम कर दे। इंडस्ट्रीज भी इसके कारण प्रभावित हो रही है। प्रोडक्शन पर भी असर पड़ेगा।
Hindi News / Dewas / लॉकडाउन से थमा आटोमोबाइल सेक्टर, मार्च से ही बंद हो गई थी वाहनों की बिक्री