ताहिर हुसैन दिल्ली के चांदबाग में हुई हिंसा और आईबी अफसर अंकित शर्मा हत्याकांड ( IB Officer Ankit Sharma ) में आरोपी है। शर्मा का शव चांद बाग इलाके में एक नाले में मिला था। शर्मा के परिवार ने हुसैन पर हत्या का आरोप लगाया है। जबकि ताहिर हुसैन ने इस आरोप को शुरू से ही नकारता आया है।
पश्चिम बंगाल से आने वाले लोगों ने नॉर्थ ओडिशा को बनाया कोरोना का नया हॉटस्पॉट, जानिए कैसे हालांकि दिल्ली दंगों की साजिश की जांच कर रही दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने ताहिर हुसैन को क्राइम ब्रांच से कस्टडी में लेकर गिरफ्तार किया था। अब ताहिर हुसैन पर यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली की एक अदालत ने 5 मार्च को ताहिर हुसैन की आत्मसमर्पण करने की याचिका ठुकरा दी थी। उसके बाद दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया था।
दिल्ली दंगा मामले में ताहिर हुसैन के खिलाफ तीन केस दर्ज किए गए हैं। दयालपुर थाने में हत्या का केस दर्ज किया गया है। इसी थाने में हत्या की कोशिश का दूसरा केस दर्ज हुआ है। तीसरा केस खजूरी खास थाने में दंगा करने और आगजनी से जुड़ा है। ताहिर हुसैन के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 120 बी, 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
कोरोना योद्धा पर हमले के खिलाफ अध्यादेश को राष्ट्रपति की मंजूरी, 7 साल की होगी सजा दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल से पहले प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने ताहिर हुसैन के साथ इस्लामी समूह पीएफआई ( PFI ) तथा कुछ अन्य के खिलाफ धन शोधन और दंगों के लिए कथित तौर पर पैसा मुहैया करवाने का मामला दर्ज किया था। हुसैन के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने धनशोधन रोकथाम अधिनियम ( PMLA ) के तहत दर्ज किया था। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ( AAP ) ने हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए ताहिर हुसैन को निलंबित कर दिया था। दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा में कम से कम 42 व्यक्तियों की जान गई थी और करीब 300 लोग घायल हुए थे।
बता दें कि आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन पर आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है। अंकित की हत्या उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे के दौरान हुई थी। ताहिर पर मनी लॉन्ड्रिंग सहित कई अन्य मामलों में भी केस दर्ज है।