लॉकडाउन ( Lockdown ) होने से हालात और भी बदतर हो गए। घटना मयूर विहार फेज-1 के सामने स्थित यमुना खादर में सोमवार-मंगलवार की रात घटी बताई जाती है।
परिवार वालों ने पुलिस ( Delhi Police ) को बताया कि पांच बच्चों के पिता गौतम के परिवार में दो बेटी तीन बेटे और पत्नी है।
COVID-19: दंपति ने कोरोना से जीती जंग, हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद बयां की कहानी
दरअसल, गौतम समाचार अपार्टमेंट के सामने मौजूद एक कंपनी में ठेकेदार के यहां नौकरी कर रहे थे। दो महीने पहले नौकरी छूट चुकी थी।
जैसे ही लॉकडाउन हुआ, थोड़ी बहुत जीने की बची उम्मीद भी खतम हो गयी। संभव है कि इसी के चलते गौतम ने यह घातक कदम उठाया हो।”
COVID-19: जानें कितनी तेजी से फैलता है जानलेवा कोरोना वायरस? 20 मिनट में चार लोग में फैला संक्रमण
गौतम के एक पारिवारिक मित्र ने पुलिस को बाताया, ‘गौतम को दो महीने से सेलरी नहीं मिल रही थी। रही सही कसर कोरोना के चलते लागू हुए लॉकडाउन ने पूरी कर दी।
घटनाक्रम के मुताबिक, सोमवार रात करीब 9 बजे गौतम का शव यमुना खादर में पेड से लटका मिला था।’ पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराके उसे परिवार वालों के हवाले कर दिया है।
मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
कोविड-19: कोरोना के भय के बीच भारतीय सेना मुख्यालय बंद, कर्मचारियों को ‘सोशल डिस्टेन्सिंग’ की सलाह