ये भी पढ़ें: बुराड़ी कांड: ‘हिटलर बन गया था ललित, खौफ खाता था पूरा परिवार’ सभी मृतकों ने की थी खुदकुशी एक दिन पहले 10 सदस्यों की आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी सभी की मौत फांसी पर लटकने से हुई थी का खुलासा हुआ था। बता दें कि नारायणी देवी का शव अलग कमरे में मिला था। गौरतलब है कि 1 जुलाई की सुबह जब पुलिस घर पहुंची, तो नारायणी देवी का शव दूसरे कमरे में फर्श पर मिला था, जबिक अन्य सदस्यों का शव चुन्नी और तार से लटका हुआ था। ऐसे में बुजुर्ग महिला की मौत की असली वजह रहस्य बना हुआ था। साथ ही पुलिस के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई थी।
नायारणी देवी की मौत पर था सस्पेंस
नारायणी देवी के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि 11 मौत के रहस्य की कुछ और परतें खुल सकती हैं। आशंका जताई जा रही थी कि रिपोर्ट में ये बात सामने आ गई कि नारायणी की हत्या की गई थी, तो इस केस की दिशा एक बार फिर नया मोड़ ले लगी। पुलिस के लिए ये रिपोर्ट काफी अहम बताई जा रही है।
नारायणी देवी के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि 11 मौत के रहस्य की कुछ और परतें खुल सकती हैं। आशंका जताई जा रही थी कि रिपोर्ट में ये बात सामने आ गई कि नारायणी की हत्या की गई थी, तो इस केस की दिशा एक बार फिर नया मोड़ ले लगी। पुलिस के लिए ये रिपोर्ट काफी अहम बताई जा रही है।
बुराड़ी में एक साथ 11 लोगों ने की थी आत्महत्या
आपको बता दें कि 10 सदस्यों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में से नौ लोगों के शव पहली मंजिल पर बरामदे की छत पर लगी लोहे की ग्रिल से लटके मिले थे। वहीं, एक महिला का शव बरामदे के कोने पर रोशनदान से लटका मिला था। संयुक्त आयुक्त क्राइम ब्रांच आलोक कुमार के मुताबिक, बुधवार दोपहर मेडिकल बोर्ड ने क्राइम ब्रांच को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपी। इसमें साफ कहा गया है कि सभी दस लोग स्वयं फंदे पर लटके थे न कि उन्हें गला घोंटकर मारने या जहर देकर मारने के बाद लटकाया गया था। यह भयावह हादसा था।
आपको बता दें कि 10 सदस्यों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में से नौ लोगों के शव पहली मंजिल पर बरामदे की छत पर लगी लोहे की ग्रिल से लटके मिले थे। वहीं, एक महिला का शव बरामदे के कोने पर रोशनदान से लटका मिला था। संयुक्त आयुक्त क्राइम ब्रांच आलोक कुमार के मुताबिक, बुधवार दोपहर मेडिकल बोर्ड ने क्राइम ब्रांच को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपी। इसमें साफ कहा गया है कि सभी दस लोग स्वयं फंदे पर लटके थे न कि उन्हें गला घोंटकर मारने या जहर देकर मारने के बाद लटकाया गया था। यह भयावह हादसा था।