80 फीसदी बढ़ा ऑनलाइन पेमेंट छोटे व मझोले शहरों में
120 फीसदी सबसे ज्यादा बढ़ा यूपीआइ के जरिए लेन-देन
73 फीसदी ज्यादा डिजिटल पेमेंट जुलाई-दिसंबर 2020 में
57 फीसदी ने जुलाई-दिसंबर में सप्ताह में 5-6 बार डिजिटल पेमेंट
21 फीसदी ने ३ बार व 20 फीसदी ने तीन बार से कम किया
नोट : 2019 की तुलना में
साइबर फ्रॉड भी बढ़ा
70 फीसदी जनवरी से मई में ई-वॉलेट, डिजिटल भुगतान से ठगी बढ़ी
12 साइबर अपराध के मामलों की शिकायत सिर्फ एक दिन में मुंबई में
19 फीसदी साइबर क्राइम के मामले क्रेडिट-डेबिट कार्ड धोखाधड़ी के बढ़े
375 साइबर हमले साल 2020 में हुए दूसरे देशों के हैकरों द्वारा
साइबर ठग फोन कर कहते हैं कि हैलो…मैं ….वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से बोल रहा हूं। आप वैक्सीन अभी बुक कर लीजिए। आपके घर पर ही डिलीवर कर दी जाएगी। अभी यह ऑफर सीमित लोगों के लिए है।
रजिस्ट्रेशन के नाम पर आधार नंबर, बैंक खाता, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड नंबर मांग रहे हैं। मोबाइल में ओटीपी नंबर भेजते हैं और फिर ओटीपी नंबर मांगकर बैंक खाते की रकम साफ कर देते हैं।
सच : सरकार या किसी कंपनी ने अभी तक ऐसी कोई घोषणा नहीं की है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करते समय यूजर के फोन बुक और गैलरी का एक्सेस कर उसके कॉन्टैक्ट नंबरों व अकाउंट तक की जानकारी लेते हंै। दोस्तों व रिश्तेदारों को भी फोन करते हैं।
जिनके फेसबुक पर अपने मोबाइल नंबर को ही यूजर नेम व पासवर्ड बनाया है, शातिर उनकी फ्रेंड लिस्ट में जाकर लोगों को पैसे भेजने की रिक्वेस्ट करते हैं। ऐसे लोगों को ज्यादा निशाना बनाते हैं जो सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करते हैं।
– अंजान नंबर से वैक्सीन को लेकर फोन आए तो सतर्क हो जाएं, बात न करें।
– कोरोना वैक्सीन का दावा करने वाली किसी ऐप को डाउनलोड न करें।
– किसी से फोन पर खाता नंबर, एटीएम, पिन की जानकारी साझा न करें।