सबसे पहले तो हाल ही की एक बड़ी खबर बताते हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले एक रिटायर्ड सीनियर सिटीजन के उस वक्त होश उड़ गए जब उन्होंने एक दिन अपने फोन पर आए टेक्स्ट मैसेज पढ़े। जी हां, यह कोई आम टेक्स्ट मैसेज नहीं थे, बल्कि इन टेक्स्ट मैसेज के जरिये उन्हें पता चला कि उनके बैंक अकाउंट से देर रात अज्ञात लोगों ने तीन दिन में करीब 1 लाख रुपये निकाल लिए। इस वारदात की चौंकाने वाली बात यह है कि बुजुर्ग का एटीएम-डेबिट कार्ड उन्हीं के पास था और फिर भी बदमाशों ने पैसे निकाल लिए।
ऐसा ही नहीं है कि केवल आम लोग ही इन धोखेबाजों का शिकार हो रहे हैं। राजधानी दिल्ली में तो दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर के साथ धोखाधड़ी का ताजा मामला सामने आया है। दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर अतुल कटियार क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं। उनके कार्ड से किसी ने तकरीबन 28 हजार रुपये की खरीदारी की। हालांकि इस मामले की शिकायत दर्ज करा दी गई है, लेकिन पुलिस के उच्चाधिकारी होने के बावजूद अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
वहीं, एक अन्य मामले में गुड़गांव में रहने वाले बड़ी कंपनी के एक मैनेजर के साथ धोखाधड़ी की अनोखी वारदात सामने आई। मैनेजर ने अपनी फ्रिज बेचने का विज्ञापन ओएलएक्स पर डाला था। उन्हें एक व्यक्ति ने फोन करकेे कहा कि वह फ्रिज दो दिन बाद ले जाएगा और तब तक एडवांस में पेमेंट कर दे रहा है। फोन करने वाले व्यक्ति ने इन मैनेजर के गूगल पे ऐप पर एक लिंक भेजा, और इसे क्लिक करते ही मैनेजर के अकाउंट से 45 हजार रुपये निकल गए। इसके बाद दूसरी तरफ वाला फोन नंबर बंद आ रहा है।
इन तीन मामलों से आपको रूबरू कराने का मकसद, दरअसल धोखाधड़ी के अलग-अलग तरीकों की जानकारी देना है, ताकि आप यह न सोचें कि मैं ऐसा नहीं करता इसलिए मैं सुरक्षित हूं। हकीकत तो यह है कि आज आप क्या, कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है। धोखाधड़ी किसी के साथ और कभी भी हो सकती है। इसलिए इससे बचने का केवल और केवल एक ही तरीका है, जागरूकता और हर वक्त सजग रहना।
पत्रिका डॉट कॉम ने ऐसे मामलों से बचने के लिए कई बैंकों के अधिकारियों और साइबर एक्सपर्ट्स से बात की। चलिए आपको भी बताते हैं कि कैसे रखें खुद को सुरक्षित।