मालूम हो कि अंकिता की गुमसुदगी की शिकायत पहले राजस्व पुलिस से की गई थी। जिसने पहले तो इस मामले को दबाने की कोशिश की। लेकिन बाद में जब सोशल मीडिया पर अंकिता की तलाश के लिए मुहिम तेज हुई तक 22 सितंबर को राजस्व पुलिस ने इस मामले को रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया था। जिसके बाद 23 सितंबर को पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और सहायक मैनेजर अंकित गुप्ता को गिरफ्तार करते हुए मामले का खुलासा किया था।
काम में लापरवाही के आरोप में अब डीएम ने पटवारी वैभव प्रताप को सस्पेंड किया है। क्योंकि 19 सितंबर को रिसॉर्ट मालिक आरोपी पुलकित आर्य ने कांडाखाल चौकी पर तैनात राजस्व पुलिस के उपनिरीक्षक (पटवारी) वैभव प्रताप को अंकिता के लापता होने की सूचना दी थी। लेकिन तब उन्होंने केवल अंकिता को परिजनों को बेटी की गुमसुदगी की जानकारी देते हुए अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर ली।
इधर अंकिता मर्डर केस में आज वनंत्रा रिसॉर्ट में पहले काम कर चुकी एक लड़की ने कई अहम खुलासे किए। मेरठ की रहने वाली एक लड़की ने बताया कि मैंने मई में वनंत्रा रिसॉर्ट को ज्वाईन किया था, लेकिन वहां की स्थितियों को देखते हुए मात्र दो महीने बाद जुलाई में ही वहां की नौकरी छोड़ दी थी। लड़की ने बताया कि रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित गुप्ता वहां काम करने वाली लड़कियों का शोषण करते थे। ये लोग लड़कियों को गाली भी देते थे। साथ ही बदसलूकी भी किया करते थे।
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मेरठ की लड़की ने यह भी बताया कि उस रिसॉर्ट में कई वीआईपी आते रहते थे। जिनके लिए पुलकित और अंकित लड़कियां भी लाता था। इधर अंकिता हत्याकांड की जांच के लिए डीआईजी पी रेणुका देवी की अगुवाई में गठित एसआईटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। सोमवार को डीआईजी अपनी टीम के साथ क्राइम स्पॉट पर पहुंची। उन्होंने कहा कि हमारी जांच सही दिशा में चल रही है। जल्द हम अपनी रिपोर्ट सबमिट करेंगे।