गोंदिया व नागपुर भेजा गया था 2 विशेष टीम
आरोपी को पकडऩे के लिए एसपी एसआर भगत ने प्रधान आरक्षक भगवान सिंह ध्रुव व हरीशचंद्र सिन्हा के नेतृत्व में 2 विशेष टीम बनाकर गिरफ्तार करने गोंदिया व नागपुर भेजा गया था। फरार आरोपी उत्तमचंद खांडेकर को उसके मूल पता को छोड़कर दूसरे जगह रहने की सूचना पर पुलिस टीम ने उसे गोंदिया से पकड़कर थाना बालोद लाया। वहीं इससे पहले भी इसके दो साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज जा चुका है। यह भी पढ़ें
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केस 1 : स्टेशन मास्टर की नौकरी लगाने दिया प्रलोभन
ठगी का पहला मामला प्रार्थी घनश्याम ढीमर पिता स्व. विष्णुराम ढीमर उम्र 39 वर्ष निवासी रेलवे कॉलोनी का है। थाने में दर्ज प्रकरण के मुताबिक आरोपी डुलेश कुमार साहू ने प्रार्थी से जान पहचान होने पर उसे रेलवे विभाग में स्टेशन मास्टर के पद पर नौकरी लगाने का प्रलोभन दिया, जिसके बाद आरोपी ने अपने मित्र उत्तम खांडेकर व अंकुश मिश्रा से परिचय कराया। दोनों आरोपी ने खुद को रेलवे विभाग का उच्च अधिकारी बताया। उन्होंने कहा कि उनका रेलवे के बड़े-बड़े अधिकारियों से जान-पहचान है। वह पहले भी कई लोगों को नौकरी पर लगा चुके हैं। यह कहकर आरोपी ने 11 लाख 8 हजार रुपए लेकर अभी तक नौकरी नहीं लगवाई और न ही पैसा वापस किया। पैसा मांगने पर आज दूंगा, कल दूंगा कहकर रकम वापस नहीं की।केस 2 : खुद को रेलवे में उच्च अधिकारी बताया
प्रार्थी धर्मेंद्र साहू पिता देव कुमार साहू उम्र 29 वर्ष निवासी खेरथाडीह बालोद को भी आरोपी डुलेश कुमार साहू ने जान-पहचान होने पर रेलवे विभाग में टिकट कलेक्टर के पद पर नौकरी लगाने का प्रलोभन दिया। आरोपी ने अपने मित्र उत्तम खांडेकर से परिचित कराया। उत्तम खांडेकर ने खुद को रेलवे में उच्च अधिकारी होना बताया और कहा कि इससे पहले वह कई लोगों की नौकरी लगा चुका है। यह कहकर आरोपी ने प्रार्थी से 8 लाख 45 हजार रुपए लेकर अभी तक नौकरी नहीं लगवाई न ही पैसा वापस किया। पैसा मांगने पर आज दूंगा कल दूंगा कहकर रकम वापस नहीं की। यह भी पढ़ें