फाइनल के बाद लॉरा ने कहा, “खेल से पहले, हमने चर्चा की थी कि हमें वाकई लगता है कि यह हमारा साल है। बहुत से लोगों को ऐसा ही लगा। इससे पता चलता है कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और मैदान पर कुछ भी हो सकता है। आप कभी भी भविष्यवाणी नहीं कर सकते कि क्या होने वाला है। टूर्नामेंट का अपना सबसे खराब प्रदर्शन फाइनल में करना थोड़ा निराशाजनक है।” उन्होंने यह भी माना कि न्यूजीलैंड की बल्लेबाजों ने तेज शुरुआत से दक्षिण अफ्रीका को अवाक कर दिया।
कम रन बनाने की वजह से हारी साउथ अफ्रीका
लॉरा ने कहा, “मुझे लगता है कि हमने उन्हें कुछ ज्यादा रन बनाने दिए। वे वाकई जीत के इरादे के साथ आई थीं और मुझे लगता है कि इसने हमें थोड़ा बैकफुट पर धकेल दिया। हमने सोचा था कि हम इससे निपट लेंगे, लेकिन उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की।” लॉरा और ब्रिट्स टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाली दो खिलाड़ी रहीं, जबकि स्पिनर नॉनकुलुलेको म्लाबा न्यूजीलैंड की अमेलिया केर के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाली दूसरी खिलाड़ी रहीं। कप्तान ने आगे कहा, “यह निश्चित रूप से निराशाजनक है, लेकिन मुझे लगता है कि हम 10 टीमों वाले टूर्नामेंट में दूसरे स्थान पर रहे, इसलिए हमारा टूर्नामेंट अब भी काफी अच्छा रहा। इसमें बहुत सारी सकारात्मक बातें हैं जिन पर विचार किया जा सकता है। युवा टीम के साथ फाइनल में पहुंचना, मुझे लगता है कि बहुत अच्छा है। मैं यह देखने के लिए उत्सुक हूं कि अगले कुछ विश्व कप में हम क्या करते हैं। लगातार दो बार फाइनल में पहुंचना दिखाता है कि हम कुछ सही कर रहे हैं।”