हाल ही में हुई दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ तीन टी20 मैचों की श्रृंखला 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुई जबकि एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया। इस अवधि में पाकिस्तान ने भारत से अधिक टी20 (19) खेले हैं। हालांकि इसमें उन्हें सिर्फ़ सात में ही जीत हासिल हुई है जबकि 12 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। एशियन गेम्स से पहले पाकिस्तान ने घर पर दक्षिण अफ़्रीका को 3-0 से हराया था। एशियन गेम्स पाकिस्तान के लिए कुछ अधिक ख़ास नहीं रहा। पाकिस्तान सेमीफ़ाइनल तक तो पहुंचा लेकिन वहां उन्हें श्रीलंका के हाथों हार का सामना करना पड़ा और इसके बाद कांस्य पदक वाले मैच में उन्हें बांग्लादेश के हाथों हार झेलनी पड़ी। इसके बाद पाकिस्तान को बांग्लादेश में टी20 श्रृंखला हारनी पड़ी और वेस्टइंडीज़ में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। न्यूज़ीलैंड में पिछले साल उन्होंने 2-1 से श्रृंखला ज़रूर अपने नाम की थी।
भारत बनाम पाकिस्तान हेड टू हेड आंकड़े
अब तक दोनों टीमों के बीच 14 मैच खेले गए हैं, जिसमें भारत को 11 में जीत मिली है। टी 20 वर्ल्ड कप 2016 में दिल्ली में खेले गए मैच में भारत को पाकिस्तान से दो रनों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। यह उन तीन मैचों में से एक मैच था जब भारत को पाकिस्तान के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। यह इकलौता ऐसा मैच भी था जो इन दोनों टीमों ने एक दूसरे के देश में अब तक खेला है। स्मृति मंधाना और शेफ़ाली वर्मा के रूप में भारत के पास एक विध्वंसक सलामी जोड़ी है। मंधाना ने टी20 में 28.13 की औसत और 121.83 के स्ट्राइक रेट से 3320 रन बनाए हैं जबकि शेफ़ाली ने 129.48 के स्ट्राइक रेट और 24.27 की औसत से 1748 रन बनाए हैं। भारत पर अगर पाकिस्तान को दबाव बनाना है तो उसे इन दोनों को ही जल्दी पवेलियन भेजना होगा क्योंकि सिर्फ़ एक को सस्ते में आउट करने से विपक्षी टीम की मुश्किलें आसान नहीं होती हैं। पाकिस्तान के लिए सबसे अहम खिलाड़ी ख़ुद उनकी कप्तान निदा डार साबित हो सकती हैं। हरफ़नमौला डार गेंदबाज़ी के दौरान अधिकांश समय विकेट निकाल पाने में सफल होती हैं और अपनी टीम के लिए प्रायः उपयोगी रन भी बनाती हैं। सिदरा अमीन इस समय क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में बेहतरीन लय में हैं। उन्होंने अपनी पिछली आठ टी 20 पारियों में 205 रन बनाए हैं। इस टूर्नामेंट में अब तक भारतीय टीम का प्रभुत्व रहा है। उन्होंने आठ में से सात बार इस ट्रॉफ़ी को जीता है और इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम गत विजेता के तौर पर भी प्रवेश करेगी। 2022 के पिछले संस्करण में भारत ने सातवीं बार इस ट्रॉफ़ी को अपने नाम किया था।