विराट ने कहा कि वह परेशानी छिपा नहीं पाते
कप्तान विराट कोहली ने कहा कि वह किसी तरह की परेशानी छिपा नहीं पाते। अगर उन्हें कोई परेशानी होती तो वह उनके चेहरे पर दिख जाती। उनके और रोहित के बीच सब कुछ सही है। उन्हें नहीं पता कि इस तरह की खबरें कहां से आ रही हैं। उन्होंने कहा कि ड्रेसिंग रूम के माहौल के बारे में वह यहां से नहीं बता सकते। आप खुद आकर देख लीजिए की खिलाड़ी किस तरह रहते हैं। हम कुलदीप यादव और महेंद्र सिंह धोनी समेत सबके साथ एक तरह से पेश आते हैं।
वेस्टइंडीज टूर पर जाने से पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए विराट कोहली ने उनके और रोहित के मतभेद पर कहा कि उन्होंने भी काफी कुछ सुना है। आप ही बताइए कि अगर खिलाड़ियों के बीच एकता नहीं होती तो पिछले तीन सालों से एक टीम के रूप में हम जैसा प्रदर्शन कर रहे हैं, वह कर पाते। टीम इंडिया की रैंकिंग पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि नंबर सात से लेकर नंबर एक तक का सफर क्या बिना आपसी तालमेल के संभव हो पाता।
टेस्ट चैम्पियनशिप को बताया अच्छा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विराट कोहली ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को अच्छा कदम बताया। उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने के लिहाज से यह अच्छा कदम है। टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने की जरूरत थी और उन्हें उम्मीद है कि टेस्ट चैंपियनशिप से मदद मिलेगी। चैंपियनशिप से टेस्ट मैच और रोचक तथा चुनौतीपूर्ण हो जाएगा।
वेस्टइंडीज दौरे पर बात करते हुए विराट ने कहा कि उन्हें विंडीज में खेलना पसंद है। यह दौरा युवा खिलाड़ियों के लिए अच्छा अवसर है। खासकर उनके लिए जो वहां पहली बार जा रहे हैं। उम्मीद है कि दबाव के क्षणों में वह अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब होंगे। वेस्टइंडीज दौरे से अपने आराम के बारे में उन्होंने साफ किया कि उन्हें चयनकर्ताओं की ओर से ऐसा निर्देश नहीं मिला था। ऐसे में न जाने का सवाल कहां से उठता है।
अगला ध्यान टी-20 विश्व कप पर
विश्व कप 2019 में टीम के सेमीफाइनल में हार पर उन्होंने कहा कि यह सच है कि वह फाइनल में नहीं पहुंच पाए। अब हमारा ध्यान अब टी-20 विश्व कप पर है। विश्व कप में मिडिल ऑर्डर की नाकामी पर कहा कि मध्यक्रम को कई बार बल्लेबाजी करने का ज्यादा मौका नहीं मिल पाता। ऐसे में एक-दो मौकों के आधार पर हम किसी खिलाड़ी के बारे में कोई धारणा नहीं बनाते हैं। अगर किसी को बहुत कम बल्लेबाजी का मौका मिला है तो इस आधार पर उसके प्रदर्शन का आंकलन करना सही नहीं है।