टीम में होंगे बहुत कम बदलाव
बल्लेबाजी कोच ने हालांकि यह भी कहा कि समायोजन आखिरी क्षणों तक जारी रहेगा, लेकिन जहां तक उनकी और टीम मैनेजमेंट की बात है तो हमने अहम खिलाड़ियों की पहचान कर ली है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि विश्व कप में हमारी टीम कैसी होगी। अगर चोट या बेहद खराब फॉर्म का मामला सामने नहीं आता तो टीम में बहुत अधिक बदलाव नहीं होंगे।
आईसीसी एकदिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2019 के समाप्त होने के बाद से ही टीम इंडिया ने सीमित ओवरों के फॉर्मेट में नए खिलाड़ियों को मौका देना शुरू कर दिया था। इनका परीक्षण ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप ध्यान में रख कर ही भारत ने करना शुरू किया था। टीम इंडिया ने इसके बाद कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया। जैसे- श्रेयस अय्यर, वॉशिंगटन सुंदर, दीपक चाहर, राहुल चाहर, नवदीप सैनी, शार्दुल ठाकुर, शिवम दुबे आदि। इनमें से अधिकतर युवाओं ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है। इनके प्रदर्शन पर और टीम इंडिया की जीत में दिए योगदान से बल्लेबाजी कोच प्रभावित नजर आए। विक्रम राठौड़ ने कहा कि क्रिकेटरों की नई पीढ़ी अविश्वसनीय है। वह जिस तेजी से तालमेल बैठाते हैं, वह हैरानी भरा है। ये ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अलग प्रारूप, अलग मैदान और अलग देशों में उतरते ही अपना सर्वश्रेष्ठ दे देते हैं। यहां न्यूजीलैंड में जिस तरह से उन्होंने बहुत कम समय में परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाया है, वह अद्भुत है। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों को जितने अधिक मौके मिल रहे हैं, वह साबित कर रहे हैं कि काबिल है। वह दिखा रहे हैं कि वे मैच विजेता खिलाड़ी हैं। इससे निश्चित तौर पर टीम को मदद मिलती है, साथ में उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
न्यूजीलैंड दौरे पर केएल राहुल और श्रेयस अय्यर शानदार फॉर्म में हैं। इन दोनों के दम पर ही भारत ने ऑकलैंड में खेले गए पहले दोनों टी-20 के दम पर ऑकलैंड में पहले दोनों मैच में जीत हासिल की। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर कोच ने संतोष जताया। उन्होंने कहा कि केएल राहुल और श्रेयस को लेकर उन्हें कोई संदेह नहीं है। ये दोनों खिलाड़ी मैच विजेता है। उन्हें अब मौका मिल रहा है और वे दुनिया को दिखा रहे हैं कि वे क्या कर सकते हैं।
आगे के मैचों में भी वही रहेगी रणनीति
टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच ने आगे के मैचों में टीम इंडिया की रणनीति क्या रहेगी। इसका खुलासा किया। बता दें कि अगले तीन मैच हैमिल्टन, वेलिंगटन और माउंट मानगानुई में होने हैं। यहां का मैदान ऑकलैंड के मुकाबले में ज्यादा बड़ा है। लेकिन राठौड़ ने संकेत दिया कि इसके बाद भी रणनीति में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों के अनुसार चलना होता है। सेडन पार्क बड़ा मैदान है, लेकिन हमारा ध्यान इस पर नहीं, बल्कि अच्छी क्रिकेट खेलने पर हैं। उन्होंने कहा कि लगता नहीं कि रणनीति में कोई बदलाव होगा। हो सकता है कि गेंदबाजों को अपनी लेंथ में बदलाव करना पड़े, लेकिन बल्लेबाज अपना काम पिछले मैच की तरह ही करेंगे।