विक्रम राठौड़ ने कहा कि पहले सत्र में जब कगिसो रबाडा गेंद को मूव करा रहे थे और बेहद खतरनाक दिख रहे थे, तब रोहित शर्मा ने हिम्मत दिखाई और पहला सत्र निकाला। रबाडा वह अच्छी जगह गेंदबाजी कर रहे थे और उन्हें विकेट से मदद मिल रही थी। ऐसे समय में एक बल्लेबाज के तौर पर आपको विकेट पर टिके रहना होता है और यह काम रोहित ने काफी अच्छे से किया।
तीनों प्रारूप के बेहतरीन खिलाड़ी हैं रोहित
बल्लेबाजी कोच ने रोहित की तारीफ में कहा कि वह तीनों प्रारूपों के बेहतरीन खिलाड़ी हैं। टेस्ट मैच में उन्हें सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतारना सही फैसला है। बतौर सलामी बल्लेबाज उन्होंने जितने रन किए हैं उन्होंने कुछ समय के लिए सलामी बल्लेबाजी के लिए कौन सही होगा, इस विवाद को थाम दिया है। उन्होंने कहा कि रोहित जैसा कोई खिलाड़ी अगर शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करता है तो, इससे टीम के लिए सब कुछ बदल जाता है, तब भी जब आप विदेशी दौरे पर हों। वह बेहद अनुभवी खिलाड़ी हैं। मुझे नहीं लगता कि उनकी तकनीक से छेड़छाड़ करने की कोई जरूरत है। उन्हें बस मानसिक तौर पर कुछ बदलाव करने होंगे। बता दें कि रोहित शर्मा इस सीरीज में अब तक तीन शतक लगा चुके हैं और एक सीरीज में ऐसा करने वाले वह सुनील गावस्कर के बाद दूसरे सलामी बल्लेबाज हैं।
टीम इंडिया के नए बल्लेबाजी कोच ने अजिंक्य रहाणे की आज की पारी की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि रहाणे ने आज गजब की प्रतिस्पर्धा दिखाई। वह जब भी इस तरह की प्रतिस्पर्धा के साथ बल्लेबाजी करते हैं, तब बेहद शानदार खेलते हैं।