इमोशन को लेकर दोनों में फर्क
दोनों दिग्गज क्रिकेटरों की तुलना करते हुए पूर्व गेंदबाज ने कहा कि दोनों बेशक बहुत दिग्गज क्रिकेटर हैं। वेंकटेश प्रसाद का माानना है कि क्रिकेट जगत में दोनों ही खिलाड़ी शानदार हैं, लेकिन दोनों में इमोशन को लेकर फर्क नजर आता है। वेंकटेश प्रसाद ने कहा कि दोनों खिलाड़ी कमाल के हैं और इसमें कोई फर्क नजर नहीं आता है। हलांकि इमोशन को लेकर बात करें तो सचिन तेंदुलकर शांत स्वभाव के खिलाड़ी हैं। वही विराट कोहली आक्रामक हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि यह बस फील्ड तक ही रहता है क्योंकि कोहली हर मैच जीतने के लिए बेताब रहते हैं.।
दोनों दिग्गज क्रिकेटरों की तुलना करते हुए पूर्व गेंदबाज ने कहा कि दोनों बेशक बहुत दिग्गज क्रिकेटर हैं। वेंकटेश प्रसाद का माानना है कि क्रिकेट जगत में दोनों ही खिलाड़ी शानदार हैं, लेकिन दोनों में इमोशन को लेकर फर्क नजर आता है। वेंकटेश प्रसाद ने कहा कि दोनों खिलाड़ी कमाल के हैं और इसमें कोई फर्क नजर नहीं आता है। हलांकि इमोशन को लेकर बात करें तो सचिन तेंदुलकर शांत स्वभाव के खिलाड़ी हैं। वही विराट कोहली आक्रामक हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि यह बस फील्ड तक ही रहता है क्योंकि कोहली हर मैच जीतने के लिए बेताब रहते हैं.।
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वहीं सचिन के बारे में बोलते हुए वेंकटेश ने कहा कि सचिन ने भी हर मुकाबलेे में बेहतर खेलने की कोशिश की है लेकिन विराट कोहली की तुलना में सचिन इतने इमोशनल नजर आते, चाहे सचिन जीरो पर आउट हुए हों या फिर शतक बनाया हो। सचिन जल्दी से किसी चीज पर प्रतिक्रिया नहीं देते।
वहीं सचिन के बारे में बोलते हुए वेंकटेश ने कहा कि सचिन ने भी हर मुकाबलेे में बेहतर खेलने की कोशिश की है लेकिन विराट कोहली की तुलना में सचिन इतने इमोशनल नजर आते, चाहे सचिन जीरो पर आउट हुए हों या फिर शतक बनाया हो। सचिन जल्दी से किसी चीज पर प्रतिक्रिया नहीं देते।
हालांकि वेंकटेश प्रसाद का मानना है कि दोनों के स्वभाव में भिन्नता होने के बावजूद दोनों खिलाड़ियों की शांत और आक्रामक प्रतिक्रिया क्रिकेट के लिए बहुत आवश्यक है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये दोनों खिलाड़ी दो अलग व्यक्ति हैं और दोनों का चरित्र भी अलग—अलग है। क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए इन दोनों खिलाड़ियों का रिएक्शन बेहद जरूरी है।