पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया के लिए हरजस सिंह, हैरी डिक्सन, कप्तान और ओलिवर पीक ने अच्छी बल्लेबाजी की और टीम को 50 ओवरों में 253/8 रन के स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में मौजूदा चैंपियन भारत को शुरुआती झटके लगे। 20वें ओवर तक मात्र 68 रन पर अपने 4 विकेट खो दिए। बाएं हाथ के आदर्श सिंह (47) और निचले क्रम के बल्लेबाजी ऑलराउंडर मुरुगन अभिषेक (42) ने भारतीय पारी को संभाला, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। भारतीय टीम 43.5 ओवर में मात्र 174 रन पर सिमट गई। भारत को फाइनल मैच में 79 रन से हार झेलनी पड़ी।
‘हम अपनी रणनीति पर अमल नहीं कर पाए’
खिताबी हार के बाद सहारन ने कहा कि ये बहुत अच्छा टूर्नामेंट रहा। मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है। उन्होंने शानदार खेल दिखाया। उन्होंने शुरू से ही अपने जज्बे का शानदार नमूना पेश किया। हालांकि फाइनल मुकाबले में हम थोड़े पीछे रहे गए। हमने कुछ खराब शॉट खेले और क्रीज पर अधिक समय बिताने में नाकाम रहे। हमने अच्छी तैयारी की थी, लेकिन हम अपनी रणनीति पर अमल नहीं कर पाए।
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‘अब आगे बढ़ना चाहता हूं’
सहारन प्रतियोगिता के अग्रणी रन स्कोरर रहे। उन्होंने सात मैचों में 56.71 की औसत से 397 रन बनाए, जिसमें एक शतक और तीन अर्द्धशतक शामिल थे। सहारन ने कहा कि शुरुआत से लेकर अब तक बहुत कुछ सीखने को मिला है। मैंने स्टाफ से बहुत कुछ सीखा है। मैं बस इस टूर्नामेंट से सारी सीख लेना चाहता हूं और आगे बढ़ना चाहता हूं।
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