महेन्द्र सिंह धोनी ने वर्ष 2004 मे क्रिकेट में डेब्यू किया था। कम समय में ही उन्होंने क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बना ली थी। वर्ष 2006 में टीम इंडिया पाकिस्तान के दौरे पर गई थी। उस दौरान एक मैच में पाकिस्तान के स्पिनर दानिश कनेरिया, धोनी को गेंदबाजी करा रहे थे। धोनी ने आगे बढ़कर आराम से बॉल डिफेंड किया। तभी पाकिस्तानी गेंदबाज ने गेंद उठाकर तेजी से धोनी की तरफ थ्रो किया। कनेरिया का थ्रो सीधा धोनी के सिर पर लगने वाला था, लेकिन धोनी बाल—बाल बच गए।
कनेरिया के इस बर्ताव से धोनी भी हैरान रह गए थे। हालांकि उन्होंने अपने ही अंदाज में कनेरिया को मुंहतोड़ जवाब दिया। माही ने कनेरिया की अगली ही बॉल पर क्रीज छोड़कर लंबा सिक्स लगाया। इसके बाद धोनी ने कनेरिया की गेंदों पर लंबे-लंबे शॉट लगाकर जवाब दिया। इस मैच में माही ने 153 गेंदों पर 148 रनों की पारी खेली थी। इसमें उन्होंने 19 चौकों के साथ 4 लंबे सिक्स लगाए थे।
महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी की चर्चा आज भी होती है। वह टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों से एक रहे हैं। धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप, वनडे वर्ल्ड कप और एक चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है। टीम इंडिया धोनी की ही कप्तानी में पहली बार दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम बनी थी।