बता दें कि विराट कोहली ने आखिरी टेस्ट शतक बांग्लादेश के खिलाफ 2019 में कोलकाता के ईडन गार्डंस में जड़ा था। इस दौरान उन्होंने 136 रन बनाए थे, लेकिन इसके बाद से वे टेस्ट क्रिकेट में शतक बनाने के लिए तरस रहे हैं। बॉर्डर गावस्कर सीरीज में भी वह रन बनाने के लिए जूझते नजर आ रहे हैं। तीन टेस्ट की पांच पारियों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह सिर्फ 111 रन बना सके हैं।
विराट कोहली का 01 जनवरी 2021 से लेकर अब तक दुनिया के अन्य शीर्ष चार टेस्ट बल्लेबाजों में सबसे खराब प्रदर्शन रहा है। पिछले दो साल में न्यूजीलैंड के केन विलियम्सन, पाकिस्तान के बाबर आजम, ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और इंग्लैंड के जोए रूट जैसे दिग्गज बल्लेबाजों का औसत 50 के ऊपर रहा है, जबकि कोहली का औसत सिर्फ 26.82 रहा है। वहीं, अन्य बल्लेबाजों ने कई शतक जड़े जबकि कोहली 2019 के बाद से शतक बनाने के लिए जूझ रहे हैं।
2021 से अब तक, सबसे खराब रहा प्रदर्शन
बल्लेबाज | टेस्ट | रन | औसत | सर्वाधिक | शतक | अर्धशतक |
केन विलियम्सन | 10 | 910 | 56.87 | 238 | 03 | 01 |
जोए रूट | 32 | 3125 | 56.81 | 228 | 12 | 08 |
स्टीव स्मिथ | 20 | 1507 | 53.82 | 200 | 04 | 08 |
बाबर आजम | 18 | 1651 | 53.25 | 196 | 04 | 11 |
विराट कोहली | 20 | 912 | 26.82 | 79 | 00 | 05 |
विराट को मानसिकता बदलनी होगी : हेडन
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने कहा, विराट की तकनीक में कोई खराबी नहीं है। पहले दो टेस्ट में वे अच्छे टच में दिखे। मुश्किल ये है कि वे ज्यादा रन नहीं बना पा रहे हैं और इसका कारण मानसिकता है। उन्हें खुद से सवाल करके रन बनाने का रास्ता ढूंढना होगा।
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