लगातार संपर्क में रहते थे धोनी
सुरेश रैना ने बताया कि जब वर्ष 2007 में उन्हें चोट लग गई थी कि धोनी लगातार उनके साथ संपर्क में रहते थे। रैना ने न्यूज 24 से बातचीत में बताया कि वर्ष 2007 विश्व कप में घुटने की चोट के कारण बाहर उन्हें टीम से बाहर रहना पड़ा था। रैना ने बताया कि उस वक्त धोनी लगातार उनके संपर्क में रहते थे और हर 2 दिन में उनसे चोट के बारे में पूछते थे।
सुरेश रैना ने बताया कि जब वर्ष 2007 में उन्हें चोट लग गई थी कि धोनी लगातार उनके साथ संपर्क में रहते थे। रैना ने न्यूज 24 से बातचीत में बताया कि वर्ष 2007 विश्व कप में घुटने की चोट के कारण बाहर उन्हें टीम से बाहर रहना पड़ा था। रैना ने बताया कि उस वक्त धोनी लगातार उनके संपर्क में रहते थे और हर 2 दिन में उनसे चोट के बारे में पूछते थे।
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रैना ने बताया कि जब वे चोटिल हो गए थे तो धोनी ने उनसे कहा था कि वह सर्जरी के लिए बहुत छोटे हैं। रैना ने बताया कि उस वक्त धोनी कप्तान भी नहीं थे फिर भी वह हर दूसरे दिन चोट के बारे में पूछते और सारी जानकारी लेते कि डॉक्टर ने क्या कहा और क्या समाधान बताया। रैना ने बताया कि घुटने की चोट के कारण वह डेढ़ साल तक नहीं खेल पाए थे।
रैना ने बताया कि जब वे चोटिल हो गए थे तो धोनी ने उनसे कहा था कि वह सर्जरी के लिए बहुत छोटे हैं। रैना ने बताया कि उस वक्त धोनी कप्तान भी नहीं थे फिर भी वह हर दूसरे दिन चोट के बारे में पूछते और सारी जानकारी लेते कि डॉक्टर ने क्या कहा और क्या समाधान बताया। रैना ने बताया कि घुटने की चोट के कारण वह डेढ़ साल तक नहीं खेल पाए थे।
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साथ ही रैना ने कहा कि टीम के साथी और भाई के रूप में धोनी हमेशा उन्हें जानने के लिए बहुत उत्सुक थे। रैना ने कहा कि धोनी ले उन्हें वास्तव में प्रेरित किया कि वह जल्द ही भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। वहीं रैना ने कहा कि धोनी के प्रेरित करने पर उन्हें लगा कि उन्हें अपने खेल, अपने घुटने पर कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। वहीं रैना ने कहा, ‘मुझे नहीं पता था कि मैं फिर कभी भारत के लिए खेल पाऊंगा या नहीं।’
साथ ही रैना ने कहा कि टीम के साथी और भाई के रूप में धोनी हमेशा उन्हें जानने के लिए बहुत उत्सुक थे। रैना ने कहा कि धोनी ले उन्हें वास्तव में प्रेरित किया कि वह जल्द ही भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। वहीं रैना ने कहा कि धोनी के प्रेरित करने पर उन्हें लगा कि उन्हें अपने खेल, अपने घुटने पर कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। वहीं रैना ने कहा, ‘मुझे नहीं पता था कि मैं फिर कभी भारत के लिए खेल पाऊंगा या नहीं।’
साथ में लिया सन्यास
महेन्द्र सिंह धोनी और सुरेश रैना के बीच खास रिश्ता रहा है। जब धोनी ने टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था तो उसके करीब 8 महीने बाद ही सुरेश रैना को भी डेब्यू का मौका मिला। दोनों ने साथ में टीम इंडिया को कई मैच जिताए। इसके बाद दोनों का ये रिश्ता आईपीएल में जुड़ा, जहां सालों तक चला। वहीं दोनों ने इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास भी एक ही दिन लिया। धोनी ने पिछले वर्ष 15 अगस्त के दिन इंटरनेशनल क्रिकेट से अलविदा कहा था। इसके थोड़ी देर बाद ही सुरेश रैना ने भी अपने सन्यास की घोषणा कर दी थी।
महेन्द्र सिंह धोनी और सुरेश रैना के बीच खास रिश्ता रहा है। जब धोनी ने टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था तो उसके करीब 8 महीने बाद ही सुरेश रैना को भी डेब्यू का मौका मिला। दोनों ने साथ में टीम इंडिया को कई मैच जिताए। इसके बाद दोनों का ये रिश्ता आईपीएल में जुड़ा, जहां सालों तक चला। वहीं दोनों ने इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास भी एक ही दिन लिया। धोनी ने पिछले वर्ष 15 अगस्त के दिन इंटरनेशनल क्रिकेट से अलविदा कहा था। इसके थोड़ी देर बाद ही सुरेश रैना ने भी अपने सन्यास की घोषणा कर दी थी।