दो खिलाड़ियों को रिटेन किया गया था –
हैदराबाद की टीम ने इस बार अपने दो प्रमुख खिलाड़ियों डेविड वार्नर और भुवनेश्वर को रिटेन किया था। भुवी 2016 और 2017 में लीग में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। वार्नर टीम में नहीं हैं क्योंकि बॉल टेम्परिंग विवाद के बाद आईपीएल गवर्निग काउंसिल ने उन्हें आईपीएल से बाहर कर दिया है। यह पूछे जाने पर कि सात अप्रैल से शुरू हो रहे लीग के 11वें संस्करण के लिए उनके पास कोई खास रणनीति है, उन्होंने कहा कि अभी उनके पास कोई योजना नहीं है, लेकिन मुकाबले शुरू होने से पहले कुछ अलग रणनीति तय की जाएगी।
गेंदबाजी का जिम्मा भुवी के कंधों पर –
28 साल के तेज गेंदबाज ने कहा इस तरह की कोई खास रणनीति नहीं है, लेकिन मैच की पूर्व संध्या पर टीम मीटिंग में ही टीम के अनुसार रणनीति तय करते हैं। मैच शुरू होने में अभी एक सप्ताह का समय बचा हुआ है और उससे पहले ही हम कुछ नया करने जा रहे हैं। गेंदबाजी विभाग में हैदराबाद के पास भुवनेश्वर के अलावा और कोई दूसरा अनुभवी गेंदबाज नहीं है, जो उनका साथ दे सके। ऐसे में टीम के प्रदर्शन पर इसका असर पड़ सकता है, लेकिन उत्तर प्रदेश के गेंदबाज का मानना है कि वह ऐसा नहीं सोचते हैं।
अनुभव का आंकलन केवल अंतर्राष्ट्रीय मैच से नहीं –
भुवनेश्वर ने कहा कि गेंदबाजी विभाग में हमारे पास राशिद खान और सिद्वार्थ कौल हैं, जिन्होंने पिछले संस्करण में काफी अच्छे प्रदर्शन किए थे। इसके अलावा और भी कई नए युवा चेहरे हैं। इसलिए हमारे पास एक संतुलित गेंदबाजी आक्रमण है। मुझे नहीं लगता है कि अनुभव की कमी का असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि अनुभव का मतलब यह नहीं कि आपके पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव नहीं है। टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो चार या पांच आईपीएल खेल चुके हैं। इसलिए अनुभव से ज्यादा खिताब जीतना अहम है।
भुवी ने याद कराए पुराने दिन –
स्विंग मास्टर भुवनेश्वर का मानना है कि लीग भारत को कई तेज गेंदबाज दे सकती है। उन्होंने कहा कि 1990 के दशक में टीम में केवल एक या दो तेज गेंदबाज हुआ करते थे, लेकिन मौजूदा समय में भारत के पास उमेश यादव, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह के रूप में कई तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने कहा कि इसका सही कारण जानना मुश्किल है, लेकिन यदि हमारे घरेलू टूर्नामेंट देखें तो यह बहुत अच्छा है। आईपीएल पिछले 10 वर्षों से चला आ रहा है। यहां कई अच्छे कोच भी हैं इसका श्रेय आईपीएल को ही जाता है।