बहुत काम आती थी धोनी की सलाह
कुलदीप यादव ने हाल ही एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में बताया कि वह मैदान के भीतर और बाहर महेंद्र सिंह धोनी की सलाह को मिस करते हैं। कुलदीप का कहना है कि विकेट के पीछे के धोनी की सलाह उनके बहुत काम आती थी और अब इसकी कमी खल रही है। बता दें कि महेन्द्र सिंह धोनी ने बीते साल इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले लिया था। धोनी और कुलदीप ने साल 2019 के आखिर से ही भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला है। कुलदीप का कहना है कि माही भाई के पास काफी अनुभव था। वह विकेट के पीछे से हमें गाइड करते थे, लगातार चिल्लाते रहते थे। हम उनका अनुभव मिस करते हैं।
कुलदीप यादव ने हाल ही एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में बताया कि वह मैदान के भीतर और बाहर महेंद्र सिंह धोनी की सलाह को मिस करते हैं। कुलदीप का कहना है कि विकेट के पीछे के धोनी की सलाह उनके बहुत काम आती थी और अब इसकी कमी खल रही है। बता दें कि महेन्द्र सिंह धोनी ने बीते साल इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले लिया था। धोनी और कुलदीप ने साल 2019 के आखिर से ही भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला है। कुलदीप का कहना है कि माही भाई के पास काफी अनुभव था। वह विकेट के पीछे से हमें गाइड करते थे, लगातार चिल्लाते रहते थे। हम उनका अनुभव मिस करते हैं।
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कुलदीप का कहना है कि ऋषभ पंत अब उनकी जगह हैं, वह जितना खेलते जाएंगे वह भविष्य में हमें उतना ज्यादा इनपुट दे पाएंगे। मुझे हमेशा लगता है कि हर गेंदबाज को एक पार्टनर चाहिए होता है, जो दूसरे छोर से रिस्पॉन्ड करे। बता दें कि कुलदीप ने साल 2019 में 23 वनडे खेले थे जबकि 2020 और 2021 में उन्होंने अब तक केवल सात ही वनडे मैच खेले हैं। धोनी ने 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने अपना आखिरी मैच जुलाई 2019 में खेला था।
कुलदीप का कहना है कि ऋषभ पंत अब उनकी जगह हैं, वह जितना खेलते जाएंगे वह भविष्य में हमें उतना ज्यादा इनपुट दे पाएंगे। मुझे हमेशा लगता है कि हर गेंदबाज को एक पार्टनर चाहिए होता है, जो दूसरे छोर से रिस्पॉन्ड करे। बता दें कि कुलदीप ने साल 2019 में 23 वनडे खेले थे जबकि 2020 और 2021 में उन्होंने अब तक केवल सात ही वनडे मैच खेले हैं। धोनी ने 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने अपना आखिरी मैच जुलाई 2019 में खेला था।
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वहीं कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव ने कहा कि जब माही भाई टीम में थे, तब मैं और युजवेंद्र चहल खेल रहे थे। जब से माही भाई गए हैं मैंने और चहल ने साथ में मैच नहीं खेले। मुझे गिने-चुने मैच ही खेलने का मौका मिला। मैंने कुल 10 मैच खेले होंगे, जिसमें मैंने हैट्रिक भी ली। अगर आप मेरे प्रदर्शन पर नजर डालेंगे, तो मेरा प्रदर्शन ठीक था।
वहीं कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव ने कहा कि जब माही भाई टीम में थे, तब मैं और युजवेंद्र चहल खेल रहे थे। जब से माही भाई गए हैं मैंने और चहल ने साथ में मैच नहीं खेले। मुझे गिने-चुने मैच ही खेलने का मौका मिला। मैंने कुल 10 मैच खेले होंगे, जिसमें मैंने हैट्रिक भी ली। अगर आप मेरे प्रदर्शन पर नजर डालेंगे, तो मेरा प्रदर्शन ठीक था।