अख्तर ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) को चेताया है कि अगर भारत इस टूर्नामेंट में नहीं खेलता है तो उन्हें 100 मिलियन डॉलर यानि करीब 844 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है।अख्तर ने एक पाकिस्तानी चैनल पर कहा, “अगर पाकिस्तान भारत को अपने देश या किसी तटस्थ स्थल पर नहीं ला पाता है, तो दो चीजें होंगी। सबसे पहले, हम आईसीसी और मेजबान देश को मिलने वाले प्रायोजन से लगभग 100 मिलियन डॉलर खो देंगे। दूसरा, यह बहुत बेहतर होगा कि भारत पाकिस्तान आए, लाहौर में खेले और हारे या जीते, चाहे जो भी परिदृश्य हो।”
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के बाद वापसी कर रही है। अगर यह टूर्नामेंट ‘हाइब्रिड’ मॉडल में खेला जाता है तो भारत अपने सभी मैच किसी दूसरे स्थान पर खेल सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत अपने मैच यूएई में खेलेगा, जबकि टूर्नामेंट का बाकी हिस्सा पाकिस्तान द्वारा आयोजित किया जाएगा।
बता दें भारत और पाकिस्तान ने 2012 के बाद से कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है, लेकिन पिछले साल भारत में हुए वनडे वर्ल्ड कप सहित आईसीसी टूर्नामेंटों में वे एक-दूसरे का सामना करते रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले साल पाकिस्तान द्वारा आयोजित एशिया कप को भी हाइब्रिड मॉडल में बदल दिया गया था, क्योंकि भारत ने पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था। भारत ने तब अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले थे।