सहवाग ने कहा, ‘शोएब अख्तर को पता था कि उनकी कोहनी मुड़ती है और वह चकिंग करते थे। वरना अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC)ने उन्हें बैन क्यों किया होता? ब्रेट ली का हाथ सीधा आता था, तो उनकी गेंद को पकड़ पाना आसान होता था। लेकिन शोएब के साथ ऐसा नहीं था। आपको पता ही नहीं चलता कि शोएब का हाथ कहां से आ रहा है और गेंद किधर से आएगी।’
सहवाग ने कहा कि वर्तमान में मुंबई इंडियंस के गेंदबाजी कोच और न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड उनके सामने सबसे कठिन गेंदबाज थे। सहवाग ने कहा, “उनकी गेंदें आपके शरीर पर तेजी से आती थीं, भले ही वह ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करते हों। उन्होंने कहा कि ली और शोएब अन्य दो ऐसे गेंदबाज थे, जिनका उन्होंने सामना किया।” सहवाग ने स्वीकार किया, “मुझे ब्रेट ली का सामना करने का कभी डर नहीं था, लेकिन शोएब को दो शॉट मार देता था, तो वह बीमर या यॉर्कर से हमला करते थे। सहवाग ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान के तेज गेंदबाज को अपना दोस्त मानते हैं।”
सहवाग ने टेस्ट में शोएब और पाकिस्तान टीम का सामना करने का आनंद लिया है, जिसमें एक शतक, दो डबल टन और एक ट्रिपल शतक के साथ 90 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं। सहवाग ने कहा, “सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, सौरव गांगुली सभी 150-200 गेंद खेलकर अपने शतक बनाते थे। अगर मैं उसी रेट से शतक बनाता, तो कोई मुझे याद नहीं रखता। मुझे अपनी पहचान बनाने के लिए उनसे तेज रन बनाने थे।” सहवाग ने यह भी खुलासा किया कि यह मुकाम हासिल करने के लिए उन्होंने खुद को तेज रन बनाने से कभी खुद को नहीं रोका।