महेंद्र सिंह धोनी ने हैट्रिक डालने का दिया था सुझाव
मोहम्मद शमी ने कहा कि उनकी रणनीति एकदम सहज थी। माही भाई ने उन्हें यॉर्कर डालने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि अब कुछ मत बदलो, क्योंकि तुम्हारे पास हैट्रिक हासिल करने का शानदार मौका है। किसी गेंदबाज के लिए हैट्रिक शानदार उपलब्धि होती है और तुम्हें इसके लिए कोशिश करनी चाहिए और अगली गेंद पर मोहम्मद शमी ने वही किया, जो महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें बताया था।
मोहम्मद शमी को इस मैच में भुवनेश्वर कुमार की हैमस्ट्रिंग के कारण मौका मिला था। शमी ने कहा कि अंतिम एकादश में शामिल होने का मौका मिलना थोड़ा मुश्किल था। लेकिन वह जानते थे कि जब भी मौका मिलेगा तो वह इसका पूरा फायदा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि जहां तक बात हैट्रिक लेने की है तो कम से कम विश्व कप में यह दुर्लभ उपलब्धि ही है। वह यह उपलब्धि हासिल कर बहुत खुश हैं।
अपनी रणनीति पर कायम था
मोहम्मद शमी ने बताया कि उनके पास अंतिम ओवर में सोचने का समय नहीं था। दिमाग में बस यही लक्ष्य था कि रणनीति के हिसाब से खेला जाए। अगर वह वैरिएशन आजमाते तो रन बनने की संभावना ज्यादा हो जाती। इसलिए वह बल्लेबाज का दिमाग पढ़ने की कोशिश करने के बजाय अपनी रणनीति का कार्यान्वयन करना चाहते थे।
अफगानिस्तान के खिलाफ 49वां ओवर जसप्रीत बुमराह ने फेंका था। अंतिम 12 गेंदों पर अफगानिस्तान को जीत के लिए 21 रन चाहिए थे। लेकिन 49वें ओवर में बुमराह ने सिर्फ पांच रन दिए। इस तरह शमी के पास अंतिम छह गेंद पर लक्ष्य बचाने के लिए 16 रन थे। विश्व कप में अपना पहला मैच खेल रहे मोहम्मद शमी ने पहली ही गेंद पर चौका दे दिया और इसके बाद अगली गेंद पर कोई रन नहीं दिया। फिर लगातार तीसरी, चौथी और पांचवीं गेंद पर तीन विकेट लेकर इतिहास रच दिया। मैच के बाद इस पर बात करते हुए शमी ने कहा कि बुमराह ने उनके लिए इतने रन छोड़ दिए थे कि वह आसानी से अपनी रणनीति लागू करने की सोच सकते थे। उन्हें बुमराह के साथ गेंदबाजी कर सच में बेहद मजा आया।