दरअसल शाकिब एक क्रिकेटर के साथ -साथ राजनेता भी हैं और बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना कि पार्टी अवामी लीग से आम चुनाव भी लड़ चुके हैं। ऐसे में बांग्लादेश में राजनीतिक उथलपुथल और बवाल के बाद लोग अवामी लीग के नेताओं से नाराज़ हैं। महमूद ने कानून मंत्रालय में एक ब्रीफिंग के दौरान कहा, ‘बीसीबी ने इस मुद्दे पर ध्यान दिया और राज्य अपने प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा देने के लिए बाध्य है। हम निश्चित रूप से ऐसा करेंगे। ऐसे में आपको याद रखना होगा कि शाकिब अल हसन की दो पहचान हैं- क्रिकेटर और राजनेता। उन्होंने अवामी लीग के पैनल से आम चुनावों में हिस्सा लिया था। उनकी दोनों पहचान को लेकर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया है। अब हम शाकिब को उतनी ही सुरक्षा देंगे जितनी एक खिलाड़ी को मिलती है। यह हमारी जिम्मेदारी है और अगर वह देश में आते हैं तो हम उन्हें सुरक्षा देंगे।’
महमूद ने कहा, ‘शकीब की राजनीतिक पहचान के कारण लोग उनसे नाराज़ हैं। उनके ऊपर हत्या का मामला भी दर्ज़ है। ऐसे में राजनेता के रूप में शाकिब की भूमिका को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मेरी सुरक्षा के लिए मेरे पास पांच पुलिस कांस्टेबल और एक गनमैन है और अगर 16 करोड़ में से 10 करोड़ लोग गुस्से में हैं तो क्या वे, पांच या छह लोग, मेरी रक्षा कर सकते हैं? इसलिए, अगर लोग मुझसे नाराज हैं, तो मुझे अपने शब्दों से इसे कम करना होगा। मुझे लगता है कि उन्हें अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और अपने राजनीतिक दृष्टिकोण के बारे में बात करनी चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘मशरफे मुर्तजा पहले ही अपनी स्थिति के बारे में बात कर चुके हैं। इसलिए, यदि शाकिब लोगों से बचने के लिए सुरक्षा मांग रहे हैं, तो कोई भी किसी को सुरक्षा नहीं दे सकता है। यहां तक कि शेख हसीना को भी वह सुरक्षा नहीं दी जा सकी और उन्हें भागना पड़ा। इसलिए शाकिब को अपना राजनीतिक रुख स्पष्ट करना होगा।’
गौरतलब है कि 37 वर्षीय शाकिब अब तक अपने देश के लिये 70 टेस्ट मैच खेल कर 4600 रन बना चुके है जिसमें उनके पांच शतक शामिल है। उन्होने 31.85 की औसत से 242 विकेट भी चटकाये हैं। शाकिब ने 2007 में बांग्लादेश के लिए अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। उन्होने 129 मैचों के टी20 करियर में 2551 रन बनाये और 149 विकेट हासिल किये।