एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कराची आर्ट काउंसिल में उर्दू सम्मेलन में कहा, जब तक BCCI अपनी टीम पाकिस्तान भेजने के लिए सहमत नहीं हो जाए तब तक PCB को ICC टूर्नामेंट समेत किसी भी क्रिकेट आयोजन के लिए पाकिस्तान टीम को भारत नहीं भेजना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अब आईसीसी को यह तय करना है कि वह क्या पैसा कमाना चाहता है या प्रत्येक देश को क्रिकेट खेलने का मौका सुनिश्चित कर अपनी जिम्मेदारी निभागाए।
शाहिद अफरीदी ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा, ”राजनीति को खेलों से जोड़कर BCCI ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को संकट में डाल दिया है। हाइब्रिड मॉडल के खिलाफ PCB के रुख का पूरा समर्थन करता हूं, खासकर तब जब पाकिस्तान (सुरक्षा चिंताओं के बावजूद) 26/11 के बाद 5 बार भारत का दौरा कर चुका है, जिसमें द्विपक्षीय सफेद गेंद की सीरीज भी शामिल है। अब समय आ गया है कि ICC और उसके निदेशक मंडल निष्पक्षता बनाए रखें और अपने अधिकार का दावा करें।
हाइब्रिड मॉडल पर सहमति संभव
एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर सहमति बना ली है, जिसमें भारतीय टीम अपने मुकाबले दुबई में खेलेगी। 2027 तक आईसीसी प्रतियोगिताएं इसी व्यवस्था के मुताबिक खेली जाएंगी। हालाकि इसको लेकर ना तो दोनों बोर्ड की ओर से कोई बयान आया है और ना ही आईसीसी ने इसको लेकर किसी तरह की टिप्पणी की है। गौरतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले वर्ष फरवरी-मार्च में होना प्रस्तावित है। भारत ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान में किसी टूर्नामेंट में खेलने से इनकार कर दिया है। बीसीसीआई इसके लिए हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट का आयोजन करना चाहता है।