लेकिन इस सीरीज में कुछ ऐसा हुआ है जो अबतक क्रिकेट में कभी नहीं हुआ। इस सीरीज में क्रिकेट के नियमों की धज्जियां उड़ी हैं। दरअसल, इस सीरीज में थर्ड अंपायर नहीं है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) द्वारा थर्ड अंपायर का नियम लागू करने के बाद यह पहली बार था जब कोई अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबला बिना थर्ड अंपायर के खेला गया हो।
सीरीज में थर्ड अंपायर की कमी से न केवल स्कॉटलैंड बल्कि पूरी दुनिया के फैन्स को निराशा हो रही है। टेस्ट खेलने वाले देश की इस सीरीज में तीसरे अंपायर की अनुपस्थिति एक बड़ी चूक है। थर्ड अंपायर की कमी दूसरे टी20 मुक़ाबले दिखी, जब जेक फ्रेजर-मैकगर्क की संभावित स्टंपिंग पर किसी का ध्यान नहीं गया।
ब्रैंडन मैकमुलेन की गेंद पर विकेटकीपर चार्ली टियर ने बेल्स गिरा दी, लेकिन तीसरे अंपायर के ना होने से रिव्यू अपील को खारिज कर दिया गया। हालांकि मैकगर्क इसका फायदा नहीं उठा पाए और 16 रन पर आउट हो गए।
मैच की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट पर 196 रनों का स्कोर खड़ा किया। जवाब में स्कॉटलैंड की टीम 16.4 ओवर में मात्र 126 रन बनाकर ढेर हो गई और इस मुक़ाबले के साथ – साथ सीरीज भी हार गई।