उन्होंने फूट-फूटकर रोते हुए कहा कि उनके बेटे के खिलाफ साजिश रची जा रही है। वह केरल क्रिकेट एसोसिएशन (KCA) में सुरक्षित नहीं है। हमने KCA के खिलाफ कभी कोई गलत काम नहीं किया है। हमारे तरफ से कोई गलती नहीं हुई है। मैं और मेरे बेटे ने उनके खिलाफ कुछ नहीं कहा है। यह सिर्फ आज की बात नहीं है बल्कि पिछले 10-12 वर्षों से हम परेशानी झेल रहे हैं। इसके पीछे क्या वजह है, ऐसा कौन कर रहा है। इस बारे में हमें नहीं पता है। हम KCA पर आरोप नहीं लगा रहे हैं।
उन्होने आगे कहा, संजू सैमसन के अलावा बड़े भाई ने भी केरल की ओर से अच्छा प्रदर्शन किया। बड़े बेटे ने केरल के लिए अंडर-19 और कैंप में भी अच्छा प्रदर्शन किया। इसके बावजूद वनडे में नहीं चुना। बेटे को चार मैच से बाहर भी कर दिया। वहीं से मुझे शक होने लगा। 11 साल पहले इन लोगों ने बोला था कि वो सैमसन को मैच देखने नहीं आने देंगे। वह उन्हें प्रतिबंधित करने की बातें कर रहे थे। मेरे बेटे से कोई गलती हुई होती तो बुलाते तो मैं दौड़कर उनके पास जाता। मैं ऐसे लोगों से झगड़ा क्यों मोल लूंगा। मेरे बेटे का करियर खराब हो जाएगा।
विजय हजारे ट्रॉफी के संबंध में उन्होंने कहा कि संजू सैमसन को आधिकारिक तौर पर KCA की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया था। संजू मेहनत करके प्लेयर बने हैं। मैदान पर उसे पूरा जीवन बिताया है। मुझे डेढ़ महीने ही पता चल गया था कि KCA के अंदर उसके खिलाफ साजिश रची जा रही है। हम इनसे विवाद नहीं कर सकते हैं। मेरा बेटा यहां सुरक्षित नहीं है। ये लोग संजू पर कुछ भी आरोप लगा देंगे और लोग विश्वास भी कर लेंगे। अगर कोई स्टेट उसमें रुचि दिखाता है तो मैं चाहता हूं कि संजू केरल क्रिकेट एसोसिएशन के लिए खेलना छोड़ दे। ये लोग मेरे बेटे के खिलाफ साजिश रच सकते हैं। मैं इसको लेकर डरता हूं। मैं इससे तंग आ गया हूं। अपने बच्चे को मै यहां से निकाल रहा हूं।