जरूरत के हिसाब से की बल्लेबाजी
साउथ अफ्रीका के खिलाफ साहा जब पहले टेस्ट के दूसरे दिन बल्लेबाजी करने आए तो टीम इंडिया ने उस वक्त तक छह विकेट खोकर 457 रन बनाए थे और भारतीय टीम को इस वक्त जरूरत एक ऐसे पिंच हिटर की थी जो तेजी से रन बनाकर भारत को इस स्थिति में पहुंचा दे कि टीम इंडिया पारी घोषित कर दक्षिण अफ्रीका को आज कुछ देर के लिए खेलने के लिए बुला सके। उनसे पहले बल्लेबाजी करने आए रविंद्र जडेजा और हनुमा विहारी इस काम में खरे नहीं उतर पाए थे। वह तेजी से रन नहीं बना रहे थे। यहां से साहा ने जडेजा के साथ मोर्चा संभाला। हालांकि जडेजा धीमी बल्लेबाजी करते रहे, लेकिन साहा ने तेजी से 16 गेंद पर 21 रन बना डाले वह जब आउट हुए तो टीम का स्कोर 494 रन हो चुका था। उनके आउट होने के तुरत बाद 502 रनों पर भारत ने पारी घोषित कर दी। इसके बाद विकेट कीपिंग में भी साहा ने शानदार प्रदर्शन किया और दक्षिण अफ्रीका के 20 ओवर की पारी में एक भी बाई रन नहीं दिए। इसके अलावा अश्विन की गेंद पर एक मुश्किल कैच भी पकड़ा। अगर उनका ऐसा ही प्रदर्शन जारी रहा तो वह पंत की वापसी मुश्किल कर सकते हैं।
बता दें कि दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका 39 रन पर तीन विकेट गंवाकर मुश्किल में आ चुकी है।